कल की वो रात थी, जब मेरी जिंदगी में एक ऐसा तूफान आया, जो मेरी चूत की प्यास को कभी न भूलने लायक बना गया। मैं, रितु, 32 साल की एक हाउसवाइफ, दिल्ली के एक पॉश इलाके में अपने पति, अजय, के साथ रहती हूँ। अजय एक बिजनेसमैन है, जो अक्सर घर से बाहर रहता है, और मेरी रातें अकेली और बेचैन गुजरती हैं। मेरा जिस्म आज भी किसी 25 साल की लड़की जैसा है—रसीले बूब्स, पतली कमर और गोल नितंब, जो मेरी टाइट साड़ी में उभरकर हर मर्द के लंड में आग लगा देते हैं। मेरी गहरी आँखें और गुलाबी होंठ जैसे चूमने की खुली दावत दे रहे हों।
अजय का दोस्त, राहुल, 35 साल का जवान और मस्कुलर मर्द है। उसका साँवला जिस्म, चौड़ा सीना और गहरी आवाज मेरे जिस्म में सिहरन पैदा कर देती है। राहुल अक्सर हमारे घर आता-जाता रहता है, और हर बार उसकी नजरें मेरे बूब्स और नितंबों पर ठहर जाती हैं। मैंने कई बार नोटिस किया कि जब मैं रसोई में काम करती, तो राहुल की आँखें मेरी साड़ी के नीचे झाँकने की कोशिश करतीं। उसकी वो भूखी नजरें मेरी चूत को गीला कर देती थीं, और मुझे यकीन था कि उसका मोटा लंड मेरी टाइट चूत की भूख मिटाने को बेताब था।
कल शाम को अजय का फोन आया कि वह देर रात तक मीटिंग में व्यस्त रहेगा। मैं अकेली थी, और मन में एक अजीब सी बेचैनी थी। राहुल का मैसेज आया, “रितु, अजय घर पर है? कुछ सामान छोड़ना है।” मैंने सोचा, ये मौका है। “हाँ, आ जाओ। अजय थोड़ी देर में आएगा,” मैंने झूठ बोला। राहुल आया, एक काले शर्ट और जीन्स में, उसका मस्कुलर जिस्म चमक रहा था। मैंने एक पतली सी पिंक नाइटी पहनी थी, जो मेरे बूब्स को मुश्किल से ढक रही थी। “राहुल जी, अंदर आओ। चाय पियोगे?” मैंने मादक अंदाज में कहा।
राहुल ने मेरी नाइटी को निहारा और कहा, “रितु, तुम्हारी ये नाइटी तेरे जिस्म को और हॉट बना रही है।” मैंने हँसते हुए जवाब दिया, “राहुल जी, तेरा लंड मेरी चूत को तड़पा रहा है। चाय नहीं, मजा लेने आया है ना?” मेरी बात सुनकर उसकी आँखें चमक उठीं। “रितु, तेरी चूत मेरे लंड की भूखी है, तो आज बाथरूम में मजा लेते हैं,” उसने फुसफुसाते हुए कहा। मेरा दिल धक् से रह गया, लेकिन चूत में सिहरन दौड़ गई। मैंने उसका हाथ पकड़ा और बाथरूम की ओर ले गई।
बाथरूम का दरवाजा बंद होते ही राहुल ने मुझे अपनी बाहों में खींच लिया। उसने मेरे रसीले होंठों को अपने होंठों से चूस लिया, और वो चुंबन इतना गहरा और गर्म था कि मेरे जिस्म में बिजली सी दौड़ गई। मैंने उसकी शर्ट उतार दी, और उसके मस्कुलर सीने पर अपने नाखून फिराए। “राहुल, तेरा जिस्म तो पत्थर जैसा है,” मैंने फुसफुसाया। उसने मेरी नाइटी का स्ट्रैप नीचे खींचा, और मेरे बूब्स मेरी काली लेस ब्रा में कैद थे। उसने ब्रा उतार दी, और मेरे रसीले बूब्स उसके सामने थे।
राहुल ने हौले-हौले मेरे बूब्स को अपने बड़े-बड़े हाथों में लिया और उन्हें दबाना शुरू किया। उसकी उंगलियाँ मेरे निप्पल्स पर रगड़ रही थीं, और मेरी सिसकारियाँ बाथरूम में गूँज उठीं। “हाँ, राहुल… और जोर से… मेरे बूब्स को दबा,” मैंने सिसकारी भरे लहजे में कहा। उसने मेरे निप्पल्स को अपने मुँह में लिया, उन्हें चूसते और काटते हुए। मेरी चूत गीली हो चुकी थी, और मेरी साँसें तेज हो रही थीं। मैंने उसकी जीन्स का बटन खोला, और उसका मोटा लंड बाहर निकला। “ये लंड तो मेरी चूत को फाड़ देगा,” मैंने शरारत से कहा, और उसके लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी।
मैंने उसके लंड को अपने मुँह में लिया, और मेरी जीभ उसके लंड पर लपलपाती रही। राहुल की सिसकारियाँ तेज हो गईं। “रितु, तेरा मुँह मेरे लंड को पागल कर रहा है,” उसने सिसकते हुए कहा। मैंने उसके लंड को गहराई तक चूसा, और उसकी टिप को अपनी जीभ से चाटा। बाथरूम का शावर खुला था, और पानी की फुहारें हमारे जिस्म पर गिर रही थीं। राहुल ने मेरी नाइटी और पैंटी उतार दी, और मेरी टाइट चूत उसके सामने थी, गीली और गुलाबी। उसने अपनी जीभ मेरी चूत पर फिराई, और मेरी चीखें पानी की आवाज में घुल गईं। “राहुल, मेरी चूत को चाट… और गहरा,” मैंने चिल्लाया। उसने अपनी जीभ मेरी चूत की गहराइयों में डाली, और मेरा रस उसके मुँह में बहने लगा।
राहुल ने मुझे बाथरूम की दीवार से सटाकर खड़ा किया और मेरी टाँगें फैलाकर अपने मोटे लंड को मेरी टाइट चूत में डाला। मैं चीख पड़ी, “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत को चीर रहा है!” पानी की फुहारें हमारे जिस्म पर गिर रही थीं, और उसने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किया। मेरी सिसकारियाँ तेज हो गईं। “और जोर से, राहुल… मेरी चूत को फाड़ दे,” मैंने चीखते हुए कहा। उसने अपनी रफ्तार बढ़ाई, और हर धक्के के साथ मेरे बूब्स उछल रहे थे। पानी हमारे जिस्म पर बह रहा था, और चुदाई का मजा दोगुना हो गया था।
उसने मुझे पलट दिया और डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू किया। उसका मोटा लंड मेरी टाइट चूत में इतनी गहराई तक जा रहा था कि मेरे जिस्म में बिजली सी दौड़ रही थी। “हाँ, राहुल… और गहरा… मेरी चूत को रगड़ दे,” मैं चिल्ला रही थी। उसने मेरे नितंबों को थपथपाया, और मेरी चीखें बाथरूम की टाइलों से टकराकर गूँज रही थीं। पानी की गर्माहट और उसके लंड की ठंडक मेरी चूत में एक अनोखा मजा दे रही थी। मैंने दीवार को पकड़ा और अपनी कमर को उसकी रफ्तार के साथ मिलाया।
राहुल ने मुझे शावर के नीचे ही उठाया और मेरी टाँगें अपने कंधों पर रखीं। उसका लंड मेरी चूत में और गहराई तक गया, और पानी की फुहारें हमारे चेहरे पर गिर रही थीं। “रितु, तेरी चूत का मजा तो बाथरूम में ही दोगुना हो गया,” उसने सिसकते हुए कहा। मैंने उसके कंधों पर अपने नाखून गड़ा दिए, और मेरी चीखें और तेज हो गईं। “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत को ताजा कर रहा है,” मैंने चिल्लाया। हमारी चुदाई इतनी तीव्र थी कि बाथरूम का फर्श गीला हो गया, और पानी के साथ हमारा रस मिलकर बह रहा था।
राहुल ने मुझे बाथरूम के फर्श पर लिटाया और मेरी चूत को फिर से चोदा। उसके लंड के हर धक्के के साथ मेरे बूब्स उछल रहे थे, और मैंने उन्हें अपने हाथों से दबाया। “राहुल, मेरी चूचियाँ दबा… और जोर से,” मैंने सिसकते हुए कहा। उसने मेरे बूब्स को अपने मुँह में लिया और चूसने लगा, जबकि उसका लंड मेरी चूत को रगड़ रहा था। मेरी चीखें बाथरूम की दीवारों से टकराकर गूँज रही थीं।
फिर हम बाथरूम से बाहर आए, लेकिन चुदाई रुकी नहीं। राहुल ने मुझे बेडरूम में ले जाकर बेड पर लिटाया। हवेली का बेडरूम मंद रोशनी और मखमली चादरों से सजा था। उसने मेरी टाँगें अपने कंधों पर रखीं और फिर से अपने मोटे लंड को मेरी चूत में डाला। “रितु, तेरी चूत का मजा तो कल रात से ही ताजा हो गया,” उसने कहा। मैंने अपनी कमर उचकाई और उसके लंड को और गहराई में लिया। “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत को कभी न भूलने वाला मजा दे रहा है,” मैंने सिसकते हुए कहा।
पूरी रात, हमने एक-दूसरे के जिस्म को चखा। राहुल ने मुझे बेड के हर कोने में चोदा—कभी मेरी चूत को, कभी मेरे बूब्स को चूसते हुए, और कभी मेरे नितंबों को सहलाते हुए। मैंने उसके मोटे लंड को बार-बार अपने मुँह में लिया, और मेरी जीभ ने उसे पागल कर दिया। “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत का राजा है,” मैंने सिसकारी भरे लहजे में कहा। हमने बेडरूम से लिविंग रूम तक, और फिर किचन के स्लैब पर भी चुदाई की। किचन में उसने मुझे स्लैब पर बिठाकर मेरी चूत को चोदा, और मेरी चीखें हवेली की दीवारों से टकराकर गूँज रही थीं।
रात के चार बजे, जब बारिश और तेज हो गई, राहुल ने मेरे लंड को फिर से अपने हाथ में लिया। “ये अभी भी तना हुआ है,” मैंने शरारत से कहा, और उसे फिर से चूसने लगी। राहुल ने मुझे अपनी गोद में बिठाया और फिर से चोदना शुरू किया। इस बार, मैं ऊपर थी, और मेरी कमर हर धक्के के साथ लय में हिल रही थी। “रीना, तेरी टाइट चूत मेरे लंड को निचोड़ रही है,” राहुल ने कहा, और मैंने अपनी रफ्तार और बढ़ा दी। मेरे बूब्स उसके चेहरे के सामने उछल रहे थे, और उसने उन्हें चूसते हुए मुझे और जोर से चोदा।
जब सुबह की पहली किरण खिड़की से छनकर आई, हम दोनों नंगे, पसीने से लथपथ, एक-दूसरे की बाहों में लिपटे थे। मैंने राहुल के सीने पर सिर रखा और फुसफुसाया, “राहुल, कल बाथरूम में चुदाई का मजा लिया, और तूने मेरी चूत को पूरी रात खुश रखा।” उसने मेरी आँखों में देखा और कहा, “रितु, तेरी टाइट चूत ने मेरे लंड को अपना दीवाना बना लिया।”
मैंने उसके होंठों पर एक गहरा चुंबन लिया, अपनी नाइटी पहनी, और एक मादक मुस्कान के साथ बोली, “राहुल, जब भी अजय बाहर जाएगा, मेरी चूत बाथरूम में तेरे लंड का इंतज़ार करेगी।” उसने मेरी कमर पकड़ी और कहा, “तो मेरा मोटा लंड हर बार बाथरूम में हाजिर रहेगा, रितु।”
जैसे ही मैं बेडरूम से बाहर निकली, मैंने पलटकर देखा और एक शरारती पलक झपकी। “ये रात हमारी थी, राहुल। लेकिन ये मजा कभी खत्म नहीं होगा।” मैं जानती थी, राहुल का मोटा लंड मेरी टाइट चूत की आग को हर रात सुलगाता रहेगा, और बाथरूम की वो चुदाई हमारी वासना की याद हमेशा ताजा रखेगी।