Saas Damad Sex Story – मेरा नाम सुषमा है, और मैं 42 साल की एक जवान, चुदास भरी औरत हूँ। मेरा गोरा, भरा हुआ बदन, बड़ी-बड़ी चूचियाँ, गोल गांड, और पतली कमर आज भी मर्दों के लंड में आग लगा देती है। मेरे रसीले होंठ और गीली चूत किसी को भी चुदाई का न्योता देती है। मेरी बेटी, नेहा, की शादी हुए एक साल हो चुका था, और उसका पति, रोहन, 30 साल का एक गठीला, मर्दाना मर्द था। रोहन का लंबा, चौड़ा बदन, गहरी आँखें, और मोटा लंड मेरे मन में चुदास भरी ख्वाहिशें जगा रहा था। ये कहानी उस उन्मादी चुदाई की है, जिसने मुझे एक महीने के अंदर प्रेग्नेंट कर दिया।
बात उस रात की है जब नेहा अपने ऑफिस के काम से मुंबई गई थी, और रोहन हमारे घर पर अकेला था। मैंने एक टाइट, लाल रंग की साड़ी पहनी थी, जो मेरे चूचियों और गांड के उभारों को पूरी तरह उजागर कर रही थी। मेरा ब्लाउज इतना गहरा था कि मेरे चूचों की गहरी रेखा साफ दिख रही थी, और मेरी नंगी कमर चमक रही थी। मेरी चूत में पहले से ही चुदास सुलग रही थी, क्योंकि मैंने कई बार रोहन को अपनी चूचियों और गांड को घूरते हुए देखा था। उसकी आँखों में मेरे लिए एक जंगली प्यास थी, और मैं उस प्यास को अपनी चूत में महसूस करना चाहती थी।
रात के 9 बजे थे। मैंने रोहन को खाना परोसा, और जानबूझकर अपनी साड़ी का पल्लू हल्का सा सरकाया, ताकि मेरे चूचे और निप्पल ब्लाउज में उभरे हुए दिखें। रोहन की नजर मेरे चूचों पर अटक गई, और उसकी पैंट में उसके लंड का उभार साफ दिख रहा था। मेरी चूत गीली होने लगी, और मेरे होंठ काँपने लगे।
“सुषमा जी, आप आज… बहुत हॉट लग रही हैं,” रोहन ने फुसफुसाया, उसकी आवाज में एक मादक, चुदास भरी तड़प थी।
“रोहन, तुम भी तो कम नहीं हो। तुम्हारा ये उभार… मेरी चूत को बेचैन कर रहा है,” मैंने शरारत से कहा, और अपनी जीभ से अपने रसीले होंठ चाट लिए। मेरे चूचे ब्लाउज में और तन गए, और रोहन की आँखें मेरी चूत की ओर फिसल गईं, जहाँ मेरी साड़ी मेरी जाँघों से चिपक रही थी।
वह मेरे करीब आया, और उसकी गर्म साँसें मेरे चेहरे को छूने लगीं। “सुषमा जी, मैं आपकी चूचियों और गांड को चोदना चाहता हूँ,” उसने गुर्राते हुए कहा, और उसकी उंगलियाँ मेरे ब्लाउज के ऊपर से मेरे चूचियों को दबाने लगीं। मेरी सिसकारी निकल गई, और मैंने उसकी पैंट के ऊपर से उसके मोटे लंड को पकड़ लिया। वह सख्त और गर्म था, और मेरी चूत में चुदाई की आग और भड़क गई।
मैंने अपनी साड़ी उतार दी, और मेरा ब्लाउज और पेटीकोट मेरे भरे हुए बदन को और उजागर कर रहा था। रोहन ने मेरे ब्लाउज के हुक खोल दिए, और मेरी बड़ी, नंगी चूचियाँ हल्की रोशनी में उछल पड़ीं। मेरे निप्पल सख्त होकर उसे चूसने का न्योता दे रहे थे। उसने मेरे एक चूचे को मुँह में लिया और उसे जोर-जोर से चूसने लगा, जबकि उसकी उंगलियाँ मेरे दूसरे चूचे के निप्पल को मसल रही थीं। मेरी चूत गीली होकर मेरे पेटीकोट को भिगो रही थी, और मैं सिसकारियाँ ले रही थी।
“रोहन… मेरी चूत को चाटो… मेरी गांड को सहलाओ,” मैंने मादहोश होकर कहा, और अपना पेटीकोट और पैंटी उतार दी। मेरी गीली, चिकनी चूत अब उसके सामने नंगी थी, और मेरी गोल गांड चमक रही थी। वह मेरी चूत की ओर लपका और अपनी जीभ से उसे चाटने लगा। उसकी जीभ मेरी चूत के दाने को चूस रही थी, और मैं अपनी गांड को हिलाकर उसका मुँह अपनी चूत में और गहरा दबा रही थी। उसकी उंगलियाँ मेरी गांड के छेद को सहला रही थीं, और मेरी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और मैं चुदास में चीख रही थी।
मैंने रोहन की पैंट और अंडरवियर उतार दिया, और उसका तना हुआ, मोटा लंड मेरे सामने था। वह कम से कम 9 इंच का था, और उसकी नसें फूली हुई थीं। मैंने उसे अपने रसीले होंठों में लिया और चूसने लगी। रोहन की सिसकारियाँ निकल रही थीं, और उसने मेरे बाल पकड़कर मेरा मुँह अपने लंड पर और जोर से दबाया। मैं उसके लंड को गहराई तक चूस रही थी, और मेरी चूत चुदाई के लिए तड़प रही थी। उसने मेरे चूचियों को मसला, और मेरे निप्पलों को अपनी उंगलियों से खींचा। मेरी चूत और गीली हो गई, और मैं चुदास में पागल हो रही थी।
“सुषमा जी, मैं तुम्हारी चूत और गांड चोदना चाहता हूँ,” रोहन ने गुर्राते हुए कहा, और मुझे सोफे पर लिटा दिया। उसने मेरी जाँघें चौड़ी कीं, और उसका मोटा लंड मेरी गीली चूत में डाल दिया। मैं चीख पड़ी, लेकिन दर्द जल्दी ही मादक सुख में बदल गया। वह जोर-जोर से धक्के मारने लगा, और मेरे चूचे हर धक्के के साथ उछल रहे थे। मैं अपनी गांड को हिलाकर उसका लंड और गहरा ले रही थी, और मेरी सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं।
“रोहन… मेरी चूत को फाड़ दो… और जोर से चोदो,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा। उसने मेरे चूचियों को मसला, मेरे निप्पलों को चूसा, और मेरी चूत को अपने लंड से रगड़ने लगा। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था। मैं मादहोश हो रही थी, और मेरी गांड उसके हर धक्के के साथ थरथरा रही थी।
उसने मुझे घोड़ी बनाया, और मेरी गोल गांड को थप्पड़ मारते हुए अपना लंड मेरी चूत में फिर से डाल दिया। उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था, और मैं चुदास में चीख रही थी। उसने मेरी गांड के छेद को अपनी उंगली से सहलाया, और फिर धीरे-धीरे अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया। मैं दर्द और सुख में चीख पड़ी, लेकिन जल्दी ही मेरी गांड उसके लंड को गले लगाने लगी। वह मेरी गांड और चूत को बारी-बारी चोद रहा था, और मेरे चूचे हवा में उछल रहे थे। उसने मेरी गांड को थप्पड़ मारे, और मेरी चूत से रस टपकता रहा।
उसने मुझे फिर से लिटाया, और मेरे रसीले होंठों पर एक गहरा, अश्लील चुंबन छोड़ा। हमारी जीभें एक-दूसरे से उलझ रही थीं, और उसका लंड मेरी चूत में फिर से डूब गया। मैंने अपनी जाँघें और चौड़ी कीं, और उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था। मेरी चूत बार-बार झड़ रही थी, और मेरा रस उसकी जाँघों पर टपक रहा था। उसने मेरे चूचियों को मसला, मेरी गांड को थप्पड़ मारे, और मेरी चूत को अपने लंड से चोदता रहा।
“सुषमा जी… मैं तुम्हारी चूत में झड़ना चाहता हूँ,” रोहन ने गुर्राते हुए कहा। “हाँ, रोहन… मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दो,” मैंने चुदास में चीखते हुए कहा। उसने अपने धक्के और तेज किए, और फिर अपने गर्म, गाढ़े वीर्य को मेरी चूत में छोड़ दिया। मैं सुख से चीख पड़ी, और मेरी चूत उसके वीर्य से भर गई। उसने मेरे चूचियों पर भी अपना वीर्य छोड़ा, और मैंने उसे अपने रसीले होंठों से चाट लिया।
उस रात, हमने बार-बार चुदाई की। रोहन ने मेरी चूत, मेरी गांड, मेरे चूचे, और मेरे होंठ को अपने लंड से चोदा। हर बार वह मेरी चूत में झड़ता, और मैं उसकी चुदाई में मादहोश हो रही थी। अगले कुछ हफ्तों तक, जब भी नेहा घर से बाहर होती, रोहन मेरी चूत और गांड को चोदता। उसकी चुदाई इतनी तीव्र थी कि मेरी चूत हर बार रस और वीर्य से भर जाती थी।
एक महीने बाद, मुझे पता चला कि मैं प्रेग्नेंट हूँ। मेरी चूत में रोहन का वीर्य मेरे गर्भ में एक नया जीवन ले आया था। मैंने रोहन को बताया, और उसकी आँखों में एक मादक चमक थी। “सुषमा जी, तुम्हारी चूत मेरे लंड की गुलाम है,” उसने कहा, और उस रात उसने मुझे फिर से चोदा। मेरी चूचियाँ, मेरी गांड, और मेरी चूत उसके लंड के लिए तड़प रही थीं, और मैं उसकी चुदाई में डूब गई।