भाई की बहन के लिए हवस की हॉट कहानी

ये स्टोरी है मेरी और मेरी बेहन मुस्कान की. मेरी फॅमिली में मैं, दाद, मों, भाई आंड सिस्टर है. मैं सबसे छ्होटा 20 साल का हू. मुझसे बड़ी मेरी बेहन मुस्कान जो 25 साल की है, और उनसे बड़े मेरे भाई जो 26 साल के है.

आज से 6 मंत पहले मेरी बेहन मुस्कान की शादी हो गयी थी. और अभी हम मेरे बड़े भाई की शादी करवा रहे थे. ये स्टोरीस में आप पढ़ोगे, की कैसे मैने मुस्कान दीदी को भाई के संगीत की रात को छोड़ा.

तो दोस्तों ये स्टोरी स्टार्ट होती है जब हमने भाई की शादी की तैयारी स्टार्ट की थी. मतलब की दीदी की शादी के 5 मंत्स बाद. दीदी को भाई की शादी के लिए 1 मंत अड्वान्स बुलाया था, ताकि वो हेल्प कर सके. दीदी को मैं 5 मंत्स बाद देख रहा था. और मैं तो उनको देखता ही रह गया. क्या लग रही थी वो.

उनका जिस्म पूरा हरा-भरा हो गया था. उनके बूब्स, उनकी गांद का उभार, क्या लग रहे थे. और उपर से उनका ड्रेसिंग सेन्स पूरा चेंज हो गया था. क्या कपड़े पहनती थी वो. एक-दूं पटाखा लग रह थी.

दीदी को आए 2 दिन ही हुए थे, और मुझे उनकी क्लीवेज के दर्शन हो गये. क्या बूब्स थे उनके. वो कभी-कभी ब्रा भी नही पहनती थी. उनके निपल्स ड्रेस के उपर से मुझे पागल कर देते थे. मैं ना चाहते हुए भी उन्हे ही देख रहा था. मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था.

उसके आने के पाँचवे दिन से ही हमने शादी की शॉपिंग स्टार्ट कर दी. अब कुछ भी काम होता था, तो वो मुझे ही अपने साथ ले जाती थी. दसवे दिन वो स्काइ ब्लू सिल्क ड्रेस में तैयार होके मेरे कमरे में आई

दीदी: दानिश मैं तैयार हू, चले?

मैने दीदी की तरफ देखा तो क्या लग रही थी वो. बहुत ही खूबसूरत लग रही थी वो. लेकिन जब मेरी नज़र उनके बूब्स पे पड़ी, तो मैं देखता ही रह गया.

दीदी ने ब्रा नही पहनी थी. उनके बूब्स के निपल्स सॉफ ड्रेस में दिख रहे थे. वो मैं देख के देखता ही रह गया. रोज़ वो आइसे ही तैयार होती थी. लेकिन जब बेज़ार जाना होता था, तब वो अपने पल्लू से सब कवर कर लेती थी.

लेकिन आज उन्होने ब्रा ही नही पहनी थी. जिससे उनके निपल्स सॉफ दिख रहे थे. फिर मैने दीदी को हाथ पकड़ के अपने बेड पे बिताया, और उनसे प्यार से कहा.

मे: दीदी आप बहुत खूबसूरत लग रही है इस ड्रेस में. लेकिन आप बेज़ार आ रही है मेरे साथ, और वाहा आप को कोई ग़लत नज़र से देखे, वो मुझसे बर्दाश्त नही होगा. आपको मेरे साथ आना है, तो अपने जिस्म को ठीक से कवर कर सके वैसी ड्रेस पहनो.

दीदी: अर्रे भाई ठीक है, लेकिन इसमे क्या खराबी है? ठीक तो है.

मे: आप जब से शादी के बाद यहा आई है, आपका पूरा ड्रेसिंग सेन्स बदल चुका है. हा आप उसमे बहुत-बहुत अची लगती हो, लेकिन आप की वजह से मैं रात को सो नही पा रहा हू. मैं जानता हू ये ग़लत है, लेकिन सपने में आप ही दिखाई देती हो. कभी आपकी क्लीवेज, कभी निपल्स, मैं पागल हो जौंगा. और मैं कितना भी कंट्रोल करू, ना चाहते हुए भी मुझे ये सब दिख ही जाता है.

दीदी (गुस्से से): तुम्हे शरम नही आती अपनी सग़ी बेहन को इस नज़र से देखते हो? और उपर से मुझे बता भी रहे हो.

मे: दीदी आपको ग़लत लगा, उसके लिए सॉरी. लेकिन ये आप को ध्यान देना है, की आपका पल्लू, आपकी ड्रेस आप कैसे मॅनेज करोगे. क्यूंकी मैं आप का भाई होके भी कंट्रोल नही कर पा रहा हू, तो शादी में तो कितने लोग होंगे. और ये मैं कोई ग़लती नही मानता.

मे: मैने ये सब देखा है, क्यूंकी आपने ठीक से कवर नही किया, और अभी भी आपने जो ड्रेस पहनी है, वो बहुत प्रेटी है. आप बहुत खूबसूरत लग रही हो, लेकिन आपके निपल्स सॉफ नज़र आ रहे है. आपको ब्रा पहँनी चाहिए.

मे: उम्मीद है मुझे अब से आपको ये सब नही कहना पड़ेगा. आप ये सब का ध्यान रखोगे. क्यूंकी मैं देख सकता हू, लेकिन कोई और आपको देखे वो मैं बर्दाश्त नही कर पौँगा.

फिर मैं नीचे चला गया. और दीदी भी ब्रा पहन के आई, और फिर हम कार में बैठे.

दीदी (मुस्कुरा के): अब देख लो, सब ठीक है ना.

दीदी ने पल्लू सर पे और अपने बूब्स धकते हुए डाला था. मैने पल्लू को हटा के उसके बूब्स देखे, तो ब्रा पहनी हुई थी.

मे (मुस्कुरा के): हा, अब सब ठीक है.

दीदी: ये क्या था? ये तो बदतमीज़ी थी.

मे: सॉरी.

आइसे ही दिन गुज़रते गये, और शादी नज़दीक आती गयी. अब शादी को सिर्फ़ 2 वीक्स बाकी थे. इन दीनो में हम एक-दूसरे के बहुत करीब आ चुके थे. हम मस्ती मज़ाक करते थे, और एक-दूसरे से काफ़ी खुल चुके थे.

इन दीनो में जब-जब दीदी को मेरी ज़रूरत पड़ी थी, मैं साथ ही रहा था. मतलब हम सिर्फ़ सोने अपने-अपने कमरे में जाते थे, बाकी सुबा उठते, तब से साथ रहते, और रात को सोने के वक़्त अलग होते थे.

इन दीनो में हम एमोशनली भी बहुत एक-दूसरे को समझने लगे थे. ये बॉन्ड हमारा दीदी की शादी के बाद के इन दीनो में ही बना था. बीसवे दिन मुझे मेरे कपड़े लेने थे, तो मैं बेज़ार जेया रहा था. तभी दीदी ने मुझे रोका.

दीदी: दानिश रुक, कहा जेया रहा है? मुझे बुटीक ले चल. मुझे फेशियल करवाना है.

मे: दीदी आप चली जाना, मुझे कपड़े लेने है. मैने अभी तक शादी के लिए कुछ नही लिया.

दीदी: हा तो मैने कहा ले लिया है. मेरे साथ बुटीक चल, वाहा फेशियल करवा के फिर दोनो की शॉपिंग करके आएगे.

मे: ठीक है चलो, लेकिन कपड़े चेंज कर लो. आप के निपल्स सॉफ दिख रहे है.

दीदी ( आँखें निकालते हुए). पता है मेरे बाप, मैं चेंज करके आती हू. कभी तो कुछ और देख.

फिर दीदी पिंक कलर की ड्रेस पहन के आई. उन्होने दुपट्टा नही पहना था.

दीदी: अब ठीक है ना?

मे: दुपट्टा?

दीदी: एक मिनिट.

फिर उन्होने दुपट्टा सिर पे डाला. उसके बाद हम कार में बैठे. हम बुटीक गये, वागा फेशियल करवाया. फिर हम डन वापस कार में बैठे, और दीदी की शॉपिंग के लिए जाने लगे.

मे: दीदी, संगीत का क्या सोचा है?

दीदी: मतलब?

मे: डॅन्स वग़ैरा करने वाले हो?

दीदी: अछा हुआ याद कराया. हम प्लान करते है. लड़की वाले तो करने वाले है. मेरे तो दिमाग़ से ही बात निकल गयी थी.

मे: हा तो अभी बताई करोगी? और अगर करोगी तो किसके साथ करोगी?

दीदी: आब्वियस्ली तेरे जीजू के साथ करूँगी.

मे: वैसे करना तो मेरे साथ चाहिए. लेकिन पता है मुझे हर बार की तरह मेहनत मैं करू और फल जीजू खाएँगे.

दीदी: हर बार की तरह, समझी नही मैं?

मे: और नही तो क्या. जीजू ने कभी आपकी केर की है? कही भी जाना हो तो दानिश. मार्केट जाना हो, किसी रिश्तेदार के यहा जाना हो, हॉस्पिटल जाना हो, सब जगह दानिश याद आता है. आप मुझे बताओ, की क्या ये सब मुझे करना चाहिए या जीजू को? जीजू के सारे काम आप मुझसे करवाते हो.

मे: सिर्फ़ आपको छोड़ने के अलावा सब मैं करता हू. जब की ये भी मेरा ही हक़ होना चाहिए. तुम एक मंत से यहा पे हो, कभी जीजू तुम्हे मार्केट लेके गये है? वो सिर्फ़ शाम को आते है, खाना ख़ाके रात को तुम्हारी चुदाई करके चले जाते है.

मे: मुझे आप पे गुस्सा आता है, की आप उनको कुछ कहती क्यू नही. मुझे लगता है की जीजू ने सिर्फ़ चुदाई के लिए आपसे शादी की है. और आप उनको कुछ नही कहते. वो आए तो छुड़वा के सुबा वापस भेज देती हो.

मे: आपको यहा 1 मंत होने को आया. वो अभी तक 4 बार आ चुके है, और सिर्फ़ आपको छोड़ के वापस जेया चुके है. क्या आपने भी सिर्फ़ चुदाई के लिए ही शादी की थी?

दीदी: क्या? तुम्हे पता भी है तुम क्या बोल रहे हो? मैं तुम्हारी बेहन हू. और तुम मुझसे ऐसे कैसे बात कर सकते हो?

मे: बस तुम यही एक बात पे बैठी रहो. इसके अलावा तुम्हे कुछ नही दिखता. मैं इतने दीनो से मररा जेया रहा हू आपके लिए, लेकिन नही. आप मुझे क्या समझती है? आज क्लियर कर ही दो. मैं आपके नौकर की तरह पूरा दिन आपके पीछे-पीछे घूम रहा हू. नौकर, या कोई और वॅल्यू भी है आप की नज़र में मेरी?

दीदी: सॉरी, तुम ये सब इतना सब क्यू, और क्या समझ रहे हो? मुझे कुछ समझ नही आ रहा. लेकिन मैं एक बात कहना चाहती हू, की अब से मैं तुम्हारी फीलिंग का पूरा ख़याल रखूँगी. लेकिन अगर तुम मुझसे सेक्स की उम्मीद लगा के बैठे हो, तो वो तो इंपॉसिबल है.

मे: देखता हू मैं कितना आप मुझे समझते हो, और कितनी फीलिंग को समझोगे. और मुझे जीजू के कंपॅरिज़न में कितनी इंपॉर्टेन्स मिलती है. इस बार आपने जीजू के लिए मुझे डिसपायंट किया ना, तो आप देख लेना मैं क्या करता हू.

दीदी (मुस्कुरा के): भाई क्या करोगे, मुझे मारोगे या जीजू को?

मे: नही, आप और जीजू दोनो में से किसी को कुछ नही करूँगा.

दीदी: तो फिर क्या करोगे?

मे (एमोशनली): अगर आप मुझे समझती है, तो मुझे कुछ कहने की ज़रूरत नही है.

दीदी: अगर कुछ अपने साथ ग़लत किया ना, तो मैं तुझे बहुत मारूँगी.

मे ( हेस्ट हुए): अगर कोई कसर बाकी रह जाएगी, तो मार लेना.

दीदी: बस अभी बहुत मारने की बातें हो गयी. अब से मैं तुम्हे शिकायत कोई मौका नही दूँगी. और हा तेरे जीजू से ज़्यादा इंपॉर्टेन्स दूँगी. बस, अब खुश ना?

मे: हा, बहुत खुश.

दीदी: हा लेकिन तू कभी अपनी लिमिट्स क्रॉस नही करेगा. और ना ही अपने आप को कोई नुकसान पहुँचाएगा.

मे: जब तक आप अपना वादा निभाएँगी, तब तक.

दीदी: हा बाबा, अब चल तू मेरी संगीत की और शादी के दिन की ड्रेस तू पसंद कर. एक ड्रेस तुम्हारे जीजू पसंद करेंगे.

मे: ठीक है.

फिर हम शॉप में आए. वाहा से संगीत के लिए ग्रीन लहंगा आंड पिंक चुनरी पसंद की, आंड शादी के दिन के लिए मरून लहंगा पसंद किया. फिर दीदी ने मेरे लिए भी कपड़े पसंद किए. उसके बाद हम घर आ गये.

दीदी शाम को मेरे कमरे में आई.

दीदी: दानिश क्या कर रहा है?

मे: कुछ नही, बोलो क्या काम है?

दीदी: वो मैं ये कह रही थी, की मैं संगीत की रात टीन डॅन्स करूँगी. एक तुम्हारे जीजू के साथ, एक सोलो, आंड एक तुम्हारे साथ.

मे: हम दोनो ही करते है ना.

दीदी: नही दानिश, मेरी अभी-अभी शादी हुई है. सिर्फ़ 5 मंत्स ही हुए है. तो उनके साथ एक डॅन्स तो बनता है. अगर नही किया तो सब मेरे ससुराल वाले बातें करेंगे, और मुझे अपने ससुराल वालो का भी सोचना पड़ेगा ना.

मे: ठीक है डन, दीदी.

दीदी: क्या डन? कल से रोज़ प्रॅक्टीस करनी होगी मेरे साथ, ठीक है?

मे: डन.

फिर मैने बहुत प्रॅक्टीस की दीदी के साथ, और डॅन्स हमारा पक्का हो गया. दीदी जीजू के साथ भी प्रॅक्टीस करती थी, तो उनका भी डन हो गया था.

शादी हमने जाईपुर पॅलेस में बुक की थी, तो हम संगीत के दो दिन पहले ही पहुँच गये थे. डेस्टिनेशन वेड्डिंग थी, तो सब कुछ मॅनेज करने के लिए टीम भी आ चुकी थी.

अब मैं और दीदी फ्री हो चुके थे काम से, क्यूंकी हमने सब कुछ टीम को समझा दिया था, क्या होगा कैसे होगा वग़ैरा-वग़ैरा.

पॅलेस में बहुत सारे कमरे थे. आंड नज़दीक की होटेल के भी सारे कमरे हमने बुक कर लिए थे. ताकि कोई दिक्कत ना हो.

हम सब आ चुके थे. जीजू दूसरे दिन आने वाले थे. दूसरे दिन जीजू आए तो मैने दीदी को कहा, की अब उनके पीछे मुझे मत भूल जाना.

दीदी बोली: दानिश मुझे याद है.

फिर दीदी ने जीजू का और अपना कमरा अलग-अलग रखा था, क्यूंकी दीदी को पता था की अगर एक कमरे में होंगे, तो जीजू कभी भी दीदी के उपर चढ़ जाएगे. और ये सब अभी ठीक नही था, क्यूंकी दीदी को मुझे भी संभालना था.

दीदी ने जीजू का कमरा पॅलेस से 3 केयेम डोर एक होटेल था वाहा 5 स्तर बुक करवाया, और उन्हे कहा-

दीदी: पॅलेस में कमरे सारे फुल हो चुके है. मैं खुद मम्मी पापा के साथ रुकी हू. और यहा नज़दीक वाला होटेल है, वाहा कमरे आपके लायक नही है. इसलिए मैने आपके लिए 5 स्तर कमरा बुक किया है. वाहा आप चले जाइए अपने मम्मी-पापा के साथ.

जीजू भी समझ गये, और वो चले गये. फिर हम सब ने शाम को लास्ट प्रॅक्टीस की डॅन्स की. वाहा पे जीजू को पता चला की दीदी का उनके साथ आंड सोलो के अलावा मेरे साथ भी डॅन्स था.

ये जब जीजू को पता चला, तो जीजू मेरे सामने दीदी को बोला, की वो मेरे साथ डॅन्स नही करेगी. जीजू को मुझसे इनसेक्यूरिटी फील हो रही थी. फिर दीदी ने जीजू को समझाया तो वो मान गये, लेकिन वो मेरे पास आके बोले-

जीजू: बेटा डॅन्स तो तू मुस्कान के साथ नही कर पाएगा. मैं भी देखता हू कैसे करेगा.

मे: देखना बहुत आचे से करूँगा डॅन्स.

फिर मैने दीदी को कहा की जीजू ये सब बोल रहे थे.

मे: देखो दीदी, आप कल कॅन्सल मत करना. मैने बहुत मेहनत की है, प्लीज़ एमोशन्स के साथ मत खेलना.

दीदी: तू टेन्षन मत ले, वो सब मैं देख लूँगी.

अब संगीत रात आई.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. अगर कहानी का मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.

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