Shadi Me Bua ki Chudai Hindi Sex Story : आगरा के एक शानदार फार्महाउस में, जहाँ शादी की चमक-दमक और बारात की धूमधाम थी, मैं, अर्जुन, अपनी बुआ सुनिता के साथ एक ऐसी कामुक और हॉट रात में उलझ गया, जो मेरी जिंदगी की सबसे इरॉटिक याद बन गई। सुनिता बुआ, 38 साल की, एक खूबसूरत और कामुक औरत थीं, जिनकी स्लिम फिगर और मादक आँखें अभी भी जवानी की आग लिए थीं। उनकी साड़ी में उनकी चूची उभरी हुई दिखती थीं, और उनकी कमर का कामुक घुमाव मेरे लंड को बेकरार कर देता था। मैं, 24 साल का, एक कॉलेज स्टूडेंट, बुआ की चूत की ख्वाहिश में खोया रहता था।
शादी की दूसरी रात, जब मेहमान नाच-गाने में मशगूल थे, मैं और सुनिता बुआ फार्महाउस के एक कोने में बने गेस्ट रूम में चले गए। बुआ ने एक भारी लहंगा पहना था, जिसमें उनकी चूची की गोलाई साफ दिख रही थी। कमरे में हल्की रोशनी, गुलाब की खुशबू, और बाहर से आती बारिश की फुहारों ने माहौल को कामुक बना दिया। बुआ ने शरारती अंदाज में कहा, “अर्जुन, तू इतना जवान हो गया है, कोई गर्लफ्रेंड बनाई कि नहीं?” मैंने हँसते हुए जवाब दिया, “बुआ, आपकी खूबसूरती और चूची के आगे कोई गर्लफ्रेंड नहीं टिकती।” बुआ हँस पड़ीं और बोलीं, “तो आज अपनी बुआ की चूत को अपनी जवानी का मजा दे दे।”
हम कमरे में अंदर गए, और मैंने दरवाजा बंद कर दिया। बुआ ने अपना लहंगा उतारना शुरू किया, और उनका नंगा बदन मोमबत्ती की रोशनी में चमक उठा। उनकी चूची गोल और निप्पल तने हुए थे, और उनकी चूत पर हल्का-सा गीलापन था। मैंने अपनी शेरवानी और पैंट उतारी, और मेरा लंड पूरी तरह तन गया। “बुआ, आपकी चूत मेरे लंड की दीवानी है,” मैंने कामुक आवाज में कहा। बुआ ने जवाब दिया, “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत का राजा है।”
बुआ बिस्तर पर लेट गईं, और मैं उनके ऊपर चढ़ गया। मैंने उनकी चूची पर चुंबन शुरू किए, मेरी जीभ उनके निप्पल के इर्द-गिर्द घूमने लगी। बुआ की सिसकारियाँ कमरे में गूँजने लगीं, “अर्जुन, तेरा चुंबन मेरी चूची को आग लगा रहा है।” मैंने अपना हाथ उनकी चूत की ओर बढ़ाया, और मेरी उंगलियाँ उनकी चूत की नाजुक पंखुड़ियों को सहलाने लगीं। बुआ का शरीर सिहर उठा, “अर्जुन, तेरी उंगलियाँ मेरी चूत को पागल कर रही हैं।”
मैंने अपना लंड बुआ की चूत के पास लाया और धीरे-धीरे अंदर धकेला। उनकी सिसकारियाँ तेज हो गईं, “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत को पूरा भर रहा है।” मैंने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की, हर धक्के के साथ उनकी चूची लयबद्ध तरीके से हिल रही थीं। मैंने उनके निप्पल चूसे, और मेरे हाथों ने उनकी चूची को जोर से दबाया। “सुनिता बुआ, तेरी चूत मेरे लंड को जकड़ रही है,” मैं सिसकते हुए बोला।
हमने काउगर्ल पोजीशन ली। बुआ मेरे ऊपर चढ़ गईं, और उनकी चूत ने मेरे लंड को पूरी तरह निगल लिया। उनकी चूची उछल रही थीं, और मैंने उनकी कमर पकड़कर उन्हें और जोर से चुदाई करने में मदद की। “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत को स्वर्ग में ले जा रहा है,” बुआ चीख पड़ीं। मैंने उनकी चूची को दबाते हुए कहा, “बुआ, आपकी चूत मेरे लंड को नशे में डुबो रही है।”
बुआ ने डॉगी स्टाइल पोजीशन ली। वे बिस्तर पर घुटनों के बल बैठ गईं, उनकी चूची लटक रही थीं, और उनकी चूत मेरे लंड के लिए तैयार थी। मैंने पीछे से उनकी चूत में अपना लंड घुसेड़ा और तेजी से चुदाई शुरू की। हर धक्के के साथ उनकी चूची हिल रही थीं, और उनकी सिसकारियाँ बारिश की आवाज़ में मिल रही थीं। “अर्जुन, मेरी चूत को और जोर से चोद,” बुआ चीखीं।
हमने 69 पोजीशन ली। मैंने बुआ की चूत पर अपनी जीभ फेरनी शुरू की, और उन्होंने मेरा लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू किया। हमारे चुंबन और चूसने की आवाजों ने कमरे में एक कामुक माहौल बनाया। रात की गहराई और शादी की रौनक के बीच, मैं और सुनिता बुआ एक-दूसरे की बाहों में लिपटे हुए थे। कमरे में मोमबत्तियों की मंद रोशनी और बाहर बारिश की फुहारें अभी भी हमारी कामुक रात को और रंगीन बना रही थीं। बुआ की चूची मेरी छाती से सटी थी, और उनकी चूत मेरे लंड की गर्मी से थरथरा रही थी। मैंने उनकी आँखों में देखा, जहाँ एक अजीब-सी शरारत और प्यार था। “बुआ, ये रात मेरी जिंदगी की सबसे हॉट रात है,” मैंने फुसफुसाते हुए कहा। बुआ ने मेरे होंठों पर एक चुंबन दिया और बोलीं, “अर्जुन, ये सिर्फ शुरुआत है। मेरी चूत तेरे लंड की और भूखी है।”
हमने फिर से काउगर्ल पोजीशन ली। बुआ मेरे ऊपर चढ़ गईं, और उनकी चूत ने मेरे लंड को एक बार फिर निगल लिया। इस बार उनकी हरकतें और तेज थीं, जैसे उनकी कामुक आग बुझने का नाम ही न ले रही हो। उनकी चूची लयबद्ध तरीके से उछल रही थीं, और मैंने उनकी कमर पकड़कर उन्हें और जोर से चुदाई करने में साथ दिया। “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत को फाड़ रहा है,” बुआ सिसकते हुए चीखीं। मैंने उनकी निप्पल को चूसा और बोला, “बुआ, तेरी चूत मेरे लंड को स्वर्ग में ले जा रही है।” हमारी चुदाई की आवाजें कमरे में गूँज रही थीं, और बाहर की बारिश उनके साथ ताल मिला रही थी।
थोड़ी देर बाद, हमने 69 पोजीशन में वापसी की। मैंने बुआ की चूत को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया, और उनकी चूत का रस मेरे होंठों पर मादकता बिखेर रहा था। बुआ ने मेरा लंड मुँह में लिया और उसे ऐसे चूसा जैसे वह उनकी सबसे प्यारी मिठाई हो। “अर्जुन, तेरी जीभ मेरी चूत को पागल कर रही है,” बुआ ने सिसकारी भरी। मैंने जवाब दिया, “और तेरा मुँह मेरे लंड को नशे में डुबो रहा है, बुआ।” हमारी सिसकारियाँ और चूसने की आवाजें कमरे में एक इरॉटिक संगीत बना रही थीं।
रात के आखिरी पल में, हमने मिशनरी पोजीशन ली। बुआ ने अपने पैर मेरे कंधों पर रखे, और मैंने उनकी चूत में अपना लंड गहराई तक धकेला। हर धक्के के साथ उनकी चूची मेरी छाती से टकरा रही थीं, और उनकी सिसकारियाँ मेरे कानों में मधुर संगीत की तरह गूँज रही थीं। “अर्जुन, मेरी चूत को और गहराई तक चोद,” बुआ चीखीं। मैंने उनकी कमर पकड़ी और तीव्रता से चुदाई जारी रखी। हमारी उत्तेजना चरम पर थी, और हम दोनों एक साथ झड़ गए, जैसे हमारा कामुक मिलन बारिश की बूंदों के साथ एक हो गया हो।
सुबह जब शादी की रौनक फिर से शुरू हुई, मैं और बुआ एक-दूसरे को चोरी-छिपे देखकर मुस्कुरा रहे थे। बुआ ने मुझे एक गुलाब दिया, जिसमें एक चिट थी: “अर्जुन, मेरी चूत की आग, मेरी शादी की रातों का राजा, तू फिर से मेरी चूत को अपने लंड से चोदेगा?” मैंने हँसते हुए उनकी ओर देखा और आँख मारी। शादी खत्म होने के बाद, बुआ ने मुझे अपने घर आने का न्योता दिया। हमने कई रातें एक-दूसरे की बाहों में बिताईं, और हमारा कामुक रिश्ता एक गुप्त प्यार में बदल गया। उस शादी की रात से शुरू हुई हमारी कहानी अब मेरी जिंदगी की सबसे हॉट, सेक्सी, और इरॉटिक याद बन चुकी थी।
मुहब्बत और आग की रात
शादी के बाद, बुआ और मैं अपने रिश्ते को गुप्त रखते हुए, एक-दूसरे के साथ समय बिताने के मौके ढूंढते रहे। एक बार, जब मैं उनके शहर गया, बुआ ने मुझे अपने घर बुलाया। उस रात, हमने फिर से वही कामुक माहौल बनाया—मोमबत्तियाँ, गुलाब, और बारिश की फुहारें। बुआ ने एक पतली नाइटी पहनी थी, जिसमें उनकी चूची और चूत की आकृति साफ दिख रही थी। “अर्जुन, तेरे बिना मेरी चूत की आग बुझती नहीं,” उन्होंने फुसफुसाया। मैंने उन्हें बाहों में लिया और बोला, “बुआ, मेरा लंड सिर्फ तुम्हारी चूत के लिए तड़पता है।”
हमने डॉगी स्टाइल में शुरूआत की। बुआ ने बिस्तर पर घुटनों के बल पोजीशन ली, और मैंने उनकी चूत में अपना लंड घुसेड़ा। उनकी सिसकारियाँ फिर से कमरे में गूँजने लगीं, “अर्जुन, मेरी चूत को फाड़ दे।” मैंने उनकी कमर पकड़ी और तीव्रता से चुदाई शुरू की। उनकी चूची लटक रही थीं, और मैंने उन्हें पीछे से पकड़कर दबाया। हमारी चुदाई इतनी तीव्र थी कि बिस्तर की चरमराहट बारिश की आवाज़ में मिल गई।
आखिरकार, हम एक-दूसरे की बाहों में लिपटकर सो गए। बुआ ने मेरे सीने पर सिर रखा और बोलीं, “अर्जुन, ये कामुक रिश्ता हमारा गुप्त खजाना है।” मैंने उनके माथे पर चुंबन किया और वादा किया कि हमारा प्यार हमेशा ऐसा ही रहेगा। सुनिता बुआ और मेरी कामुक कहानी, जो एक शादी की रात शुरू हुई, अब मेरे दिल की सबसे गहरी और हॉट याद बन चुकी थी।