मेरा प्यारा बेटा

आज मई जो कहानी आपको बताना जा रही हू वो सुन कर आपको काफ़ी अछा अनुभव होने वाला है. केसे मेरा और मेरे बेटे की बीच की कहानी ने अलग मोआद लिए.

अब आप लोगो का ज़्यादा टाइम ना लेते हुए सीधा कहानी पे आती हू.

कहानी आज से कुछ महीने पहले शुरू हुई थे जब मेरे बेटे का डाइवोर्स हो गया था किन्ही कार्नो की वजा से. उस सब की वजा से मेरा बेटा काफ़ी उदास रहने लगा था और काफ़ी शांत हो गया था.

वो काम पे नही जाता था और सारा दिन बस अपने रूम मई रहने लगा था और बिल्कुल बदल सा गया था. वरना मेरे बेटे को काम करना, हसना और मज़े करने वाला नेचर है.

वैसे तो मई एक टीचर हू प्रोफेशन से और एक तूतिओं सेंटर मई कोचैंग देती हू और बचो को घर पे भी फदती हू. तो मेरा काफ़ी टाइम तो उसी मई निकल जाता है. और मेरे हज़्बेंड एक कंपनी मई जॉब करते है और अलग अलग जघा जॉब के चाकर मई जाते रहते है.

अब मुझसे अपने बेटे की एसी हालत देखी नही जा रही थे. तो मैने अब तक तो उसको इसलिए ज़्यादा कुछ नही बोल रही थी की वो थोड़े दिन मे खुद ठीक हो जाएगा. पर अब मुझे लगने लगा था की मुझे अपने बेटे को सपोर्ट देना होगा ताकि वो जल्दी से नॉर्मल हो जाए. तो अब मैने एसा करना स्टार्ट करा.

सुबा का टाइम था मेरा बेटा सो रहा था. नॉर्मली तो वो आजकल आराम से उठता है और फिर बेता रहता है. पर आज मई उसके रूम मे गयी और उसे उठाया. मैने नाइट गाउन फीना हुआ था.

मेरे बेटे के बारे मे बता डू उसका नाम अक्षय है और वो एक 25 साल का अची बॉडी का गोरा मर्द है. उसको जिम वगेरा का सॉक है इसलिए उसकी बॉडी काफ़ी अची बूलिद है.

मई – उठो अक्शु बेटा.

आक़्सु – मों प्लीज़ थोड़ी डरे और सोने दो..

मई – नही बस बहोट सो लिया अब जल्दी उठ जा.

आक़्सु – मों प्लीज़ ना सोने दो ना..

मई उसको ज़बरदस्ती उठाने लगती हू उसकी चादर कीच कर और गुड गुड्डी करती हू.

आक़्सु – मों ऐसे मॅट करो ना मेरा मॅन नही है..

मई – हन तो उठ जा वरना करती रहूंगी.

फिर आक़्सु उठ जा जाता है पर काफ़ी ढीले ढले तरीके से और उठ के बेत जाता है.

मई – आक़्सु तेरा फेवोवरिट ब्रेकफास्ट बनाया है चल जल्दी फ्रेश होज़ा.

आक़्सु – अरे मों कुछ भी बना लेते इन सब की क्या ज़रूरत.

मई – ज़रूरत क्यू नही है, मेरे बेटे का फेवोवरिट खाना बनाने मई मुझे खुशी होती है. और उससे कहा से जो तुझे खुशी होगी उसे देख के और खुशी होगी मुझे.

आक़्सु – अब क्या खुशी मों…

मई आक़्सु के पास जाती हू और उसे तोड़ा क्लोज़ करती हू-

मई – बेटा सुन मेरी बात लाइफ में बहुत कुछ होता है और हम एक चीज़ की पकड़ के अपनी लाइफ नही रोक सकते.

आक़्सु – अपने सही कहा मों पर मई क्या करू?

मई आक़्सु को गले लगती हू.

मई – तू धीरे धीरे अब सब नॉर्मल कर ऐसे नही चलेगा चीज़ बहुत टाइम हो गया है बेटा.

आक़्सु – ई आम ट्राइयिंग मों रियली पर नही हो रहा..

मई – मई हू ना तू टेन्षन ना ले. चल अब जल्दी फ्रेश होके जिचे आजा.

आक़्सु का मूह मेरी चेस्ट से सता हुआ होता है और उसको मेरे बूब्स निघट्य मे से आचे से फील हो रहे होते है और मई उसको एक फोर्हेड किस देती हू.

फिर आक़्सु उठ के चला जाता है वॉशरूम तो मई देखती हू की उसके बेड पर ही एक हांकी पड़ा है. तो मई उसके उठा लेती हू की मशीन मे डाल दूँगी. मुझे उसे उठाने के बाद महसूस होता है की वो कम से भरा हुआ है. तो मुझे लगता है की मेरा बेटा काफ़ी मूठ मारने लगा है.

अब मई रेडी होके किचन मई चली जाती हू और आक़्सु आता है तो मई उसका फेवोवरिट खाने उसके आयेज सर्व करती हू. वो सब खा के आक़्सु तोड़ा स्माइल करता है.

मई – ऐसे ही स्माइल करता रहा कर बहोट अछा लगता है.

अस्कु – जी मों.

मई उसे पास जाके एक फोर्हेड किस देती हू-

मेरा प्यारा बचा.

अब मई पूरा दिन उसको काफ़ी पॅमपर करती हू. उसका फेवोवरिट खाना बना कर और उसकी पसंद की चीज़े लेक. ऐसे करते करते पूरा दिन निकल जाता है और आक़्सु आज तोड़ा खुश लगता है.

आक़्सु – मों..

मई – हन बेटा बोलो?

आक़्सु – आज के लिए थॅंक योउ मों, अपने आज मुझे इतना प्यार दिया.

मई – पागल मों को थॅंक्स नही बोलते और तू खुश तो मई खुश.

ऐसे ही कुछ दिन निकल जाते है और आक़्सु तोड़ा नॉर्मल होने लगता है. पर सिर्फ़ जब कुछ मई करती हू अब समाज नही आ रहा था की सिर्फ़ मुझे दिखाने के लिए तो ऐसे बिहेव नही कर रहा.

अब बस यॅ तो था की इन सब के चलते मेरी और मेरे बेटे की बॉनडिंग और फ्रॅंकनेस भाड़ रही थे. वो मुझसे अब अपनी मैं इश्यू शेर कर रहा था और अपने दिमाग़ मे एग्ज़ॅक्ट्ली क्या चल रहा है शेर भी कर रहा था.

मई भी कुछ बुक्स और वीडियोस की हेल्प लेके उसकी पूरी हेल्प करने की कॉसिश कर रही थे.

तो एक दिन मैने मोविए का प्लान बनाया. वैसे तो हम कभी यूँ मोविए नही गये थे बुत आउटडोर आक्टिविटीस ज़रूरी थे तो बनाया.

मई – आक़्सु देख तेरे फेवोवरिट हीरो की मोविए लगी हुई है चल दिखा के लाती हू.

आक़्सु – मों आप को कहा ये सब न्यू मूवीस पसंद है..

मई – तो क्या हुआ देख नही सकती, तुझे चलना है की नही?

आक़्सु – मों मेरा मान नही है.

मई – चल ना आक़्सु अब तो टिकेट्स भी ले ली पैसे खराब जाएँगे.

आक़्सु – अरे मों पूछ तो लेते पहले.

मई – तो फेक देते है टिकेट कोई बात नही मेरा मान भी था तोड़ा घूमे का शॉपिंग का पर कोई नही.

आक़्सु – नही नही मों आप ऐसे उदास ना हो मई चल लूँगा.

हम मोविए देखने जाते है और ह्यूम बीच की सीट मिल जाती है. हम मोविए देख रहे होते है तभी एक हुमारे बगल की सीट वेल कुछ खाने पीने का समान लाते है. पर वो पता नही केसे दिस बॅलेन्स होते है और वो ग़लती से कोल्ड ड्रिंक और बाकी चीज़े मेरे उपेर गिरा देते है. मई कोल्ड ड्रिंक मे ऑलमोस्ट न्हा लेती हू और मेरी सारी पूरी भीग जाती है और बॉडी से चिपक जाती है.

वो मुझसे काफ़ी सॉरी बोलते है और बात ख़तम हो जाती है. पर मई अब पूरी भीग चुकी हू और चिप चिप हो गयी हू.

आक़्सु – मों आप तो पूरी भीग गयी हो!

वो मुझसे तोड़ा सॉफ होने मई हेल्प करने लगता है और कोल्ड ड्रिंक पोछने लगता है. उस वजा से मेरी बूब्स की क्लीवेज और स्टमक को टच कर रहा होता है.

मैने पल्लू हटा रखा होता है और मेरा भीगा बदन मेरे बेते के सामने होता है. मेरी फिगर अची है क्योंकि मई रूज एक्सर्साइज़ करती हू.

उस टाइम मेरा बेटा मुझे सॉफ कर रहा है. और पता नही मुझे एसा लगा जेसे थोड़ी फील भी ले रहा है. मेरी और अपने बेटे के साथ एक जवान मर्द वाली वाइब्स भी मुझे उस टाइम आई. पर अब क्या कह सकती थे.

अब मई यूँ नही बेत पा रही थे तो हम बीच मे ही उठ आए मोविए से और शॉपिंग के लिए स्टोर मे चले गये. ताकि मई चेंज कर लू पहले और फिर हम बाकी शॉपिंग कर लेंगे. तो हम जल्दी से कुछ ढूंदे लगे. मोसां ठंडा था तो मुझे थोड़ी ठंड भी लग रही थे.

मई पूरी अंदर तक भीग गयी थे तो मैने सबसे पहले बिकिनी सेक्षन मे से एक सेट ले लिया. मेरा बेटा मेरे साथ ही था जब मई उनको अपना साइज़ बता रही थे 34-30-38. मेरे बेटे का रिक्षन तो कोई नही था पर ध्यान उसका पूरा था वाहा.

फिर मैने एक नॉर्मल बिकिनी उठा ली और कपड़े देखने लगी. पर अब रेडीमेड स्टोर मे यूँ सारी थोड़ी मिलती. तो अब मुझे समाज नही आ रहा था मई क्या करू.

आक़्सु – मों क्या हुआ कुछ भी ले लो फेन लो फिर ढूंड लेना ऐसे तो आपकी तबीयत बिगड़ जाएगी.

मों – पर यह कुछ मेरे लायक है ही नही क्या करू मई.

आक़्सु – अरे मों इतना सब तो है अब आप ऐसे भीग के एसी मई मॅट घुमओ कुछ भी उठाओ और सबसे पहले चेंज करो.

मों – ओक.

फिर मई एक रॅंडम लेके चली जाती हू ड्रेसिंग रूम मे.

मई ड्रेसिंग रूम से आक़्सु को कॉल करती हू-

मई – बेटा कुछ और ला डियो ये तो शॉर्ट टॉप ले आई मई ग़लती से.

आक़्सु – ओक मों देखता हू कुछ.

फिर आक़्सु आता है बोल भर से नॉक करता है. मई तोड़ा गाते खोलती हू उसके आयेज और उसकी नज़र मेरे उपेर पड़ती है. उस टॉप मे मेरा मेरा पेट पूरा कवर नही था और मेरी नेवेल सॉफ दिख रही थे.

आक़्सु – मों बहोट ब्यूटिफुल लग रहे हो.

मई – अरे इसमे क्या ब्यूटिफुल देखिॉ ग़लती से शॉर्ट आ गया पूरा पेट उगदा हुआ है.

आक़्सु – मों अछा लग रहा है आप यूँ ही सोच रही हो.

तभी वाहा एक सेलेज़्गर्ल आ जाती है और पूछती है मे ई हेल्प योउ? उसकी नज़र भी मुजपे पड़ती है क्योंकि गाते खुला हुआ होता है और वो मेरी तारीफ करने लगती है.

सेलेज़्गर्ल – वाउ माँ योउ अरे लुकिंग सो ब्यूटिफुल बहोट जाच रही. और आप इसमे और आपकी फिगर को यॅ ड्रेस बहोट कॉंप्लिमेंट कर रही है. योउ मस्ट गो फॉर इट.

मई – थॅंक्स बुत मई ऐसे कपड़े नही पहनती, वो ग़लती से उठा लिया मुझे लगा लोंग है.

सेलेज़्गर्ल – ओह अछा वैसे आप कहे तो मई दूसरा लोंग ला सकती हू. बुत एक बात काहु ग़लती से ही सही पर यॅ पीस आप पर बेस्ट लग रहा है माँ. युवर नेवेल इस ऑल्सो रियली नाइस और इसमे बहोट उभर के आ रही है.

आक़्सु – हन मों आप बहुत अची लग रही हो. यॅ तो ले ही लेते है थोड़े अलग कपड़े भी होने छाईए.

और दोनो मुझे खूब चाड़ने लग गये और उस फ्लो मई मैने भी हन बोल दी. फिर वो सेलेज़्गर्ल को तो जेसे सीकर मजल्ल गया और सपोर्ट के लिए मेरा बेटा.

वो मुझसे अलग अलग ड्रेस दिखाने लग गयी कुछ सिंपल पर कुछ काफ़ी अलग और मुझे ट्राइ करवाने लग गये.

मई – अरे नही यॅ बहुत छोटी है ऐसे नही फेंटी मई बिल्कुल.

सेलेज़्गर्ल- अरे माँ आप ट्राइ तो करिए अगर आपको वाए अची ना लगे तो नीचे लेगैंग्स पहें लेती है लॅडीस. बहुत ब्यूटिफुल ड्रेस बनेगी आप के रंग और फिगर के हिसाब से रेड ड्रेस तो मस्ट है माँ.

आक़्सु – हन मों ट्राइ तो करो ट्राइ मई क्या प्राब्लम है.

मई – ओक.

मई ड्रेस पहें के भर आती हू और मेरी टाँगे मेरे बेटे के सामने होती है और वो उन्हे देख रहा होता है/

मुझे अब एसा लग रहा था जेसे वो मुझे अलग अलग ड्रेस मई देख कर एंजाय कर रहा था. और उसे मों को यूँ सेक्सी कपड़ो मे देख के काफ़ी अछा फील आ रहा था और वो फील ले रहा है.

आक़्सु – मों ले लेते है बहुत ब्यूटिफुल लग रही हो आप.

मई – अरे फेंटी थोड़ी हू यॅ सब लेके क्या करेंगे..?

सेलेज़्गर्ल – माँ बहोट आचे डिसकाउंट पे अवेलबल है और अची ना लगे तो 7 दे रिटर्न है मनी बॅक.

आक़्सु – दे दो आप.

मई – आक़्सु क्या कर रहा है?

आक़्सु – मों योउ अरे लुकिंग एंजल इन तट प्लीज़ ले लो ना.

मई – धात पागल एंजल लग रही है मों.. ओक ले लेते है.

ऐसे करके हम वाहा से शॉपिंग कर लेते है और घर की और निकलते है.

मई – दाद को मत बतियो इन सब ड्रेस के बारे मे.

आक़्सु – क्यू?

मई – पता नही वो कैसे रिक्ट करे.

आक़्सु – ओक मों नही बतौँगा.

फिर हम घर आ जाते है.

आक़्सु – थॅंक्स फॉर थे दे मों बहुत अची मोविए थे.

मई – मों को थॅंक्स नही बोलते बोला था ना और कोई बात हो तो बोल..

आक़्सु – एक बात बोलू बुरा ना मानो तो?

मई – बोल एसी क्या बात है?

अस्कु – मों अपने काफ़ी आचे से मेनटेन किया हुआ है अपने आप को और उन सब ड्रेस मई आप सीरियस्ली बहोट अलग और अची लग रही थे तभी मैने आपको तोड़ा लेने प्र फोर्स करा.

मई – धात, बस रेग्युलर एक्सर्साइज़ ही तो है बाकी थॅंक्स तारीफ के लिए बेटा.

आक़्सु – वेलकम मों, आप ना एसी ड्रेस भी फीना करो बहोट यंग लगती हो.

मई – अछा जी?

आक़्सु – हन मों बहुत यंग मेरी बड़ी भें जेसी लगती हो आप.

मई – अछा जी तो आज से दीदी बोलने लगेगा क्या मुझे.

आक़्सु – नही मों ही कहूँगा मई तो पर आप स्ची बहुत ब्यूटिफुल हो मैने आज पहली बार आपको ऐसे देखा तो मुझे बहोट अची लगी इन सब ड्रेसस मे.

मई – थॅंक योउ बेटा.

अबकी बार उसकी बाते मुझे काफ़ी सेक्षुयल लगी. अब होनी भी थे कोई भी मर्द एक औरत को ऐसे देखेगा तो यही सब रिक्षन होगा उसका.

मई – वैसे अब तू खुश रहने लगा है पहले जेसे मुझे बहोट अछा लग रहा है.

आक़्सु – सब आपकी वजा से है मों.

मई – ऑल्वेज़ बेटा.

देन यूँ ही कुछ दिन निकल जाते है और अब आक़्सु काम पे भी जाने लग जाता है. सब बिल्कुल नॉर्मल तो नही कह सकते पर पहले से काफ़ी बेटर था. पर एसा लग रहा था कोई बात तो है जो उसके दिमाग़ से नही निकल रही.

अब मेरे हब्बी कुछ टाइम के लिए आउट ऑफ टाउन चले गये थे.

तो आक़्सु ऑफीस से आता है और मई किचन मई काम कर रही होती हू और पसीने मई होती हू थोड़ी

तभी आक़्सु आता है और मुझे पीछे से हग करता है.

आक़्सु – मों मेरा इनक्रिमेंट हो गया.

मई – अरे वाहा कंग्रॅजुलेशन्स

आक़्सु- ई आम सो हॅपी मों

मई – योउ डिज़र्व तीस सोन.

वो खुशी के मारे मुझे पीछे से उठा ही लेता है.

मई – अरे आक़्सु गिराएगा क्या, नीचे रख मुझे..

आक़्सु – सॉरी मों.

मई – कोई बात नही

अब उसका पूरा हाथ मेरे पेट पे होता है और मेरी थोड़ी नेवेल सारी के भर होता है वो उसे टच होती है. तो वो उसे तोड़ा छेड़ देता है. मई भी कोई खास रिक्षन नही देती.

आयेज की कहानी अगले पार्ट मे.

आपको मेरी स्टोरी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताए. आप ऐसा करने के लिए स्टोरी पे कॉमेंट कर सकते है या गनानसिंघ[email protected]गमाल.कॉम पर मुझे मैल कर सकते है. मुझे और मेरे बेटे को आपके मेल्स और मेसेजस का इंतेज़ार रहेगा.

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