दीदी को चोद कर मुह में झड़ गया

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम है मोहन है. मैं २३ साल का हूँ और मेरा लंड 7″ लंबा और 2.5″ मोटा है. मैं आज अपनी स्टोरी लिख रहा हू आशा है आपको पसंद आएगी. हमारे परिवार मे मम्मी, पापा, मैं और मेरी बड़ी बहन शशि. मेरी बहन का उम्र २५ साल है और उनकी शादी हो गई है और उनको एक बच्चा भी है. ये कहानी आज से २ साल पहले की है जब मैं १९ साल का था. मुझे खीर बहुत पसंद है. बच्चा होने के बाद दीदी हमारे घर रहने के लिए आई एक दिन मुझे खीर चाहिए था लेकिन घर मे दूध नही होने के कारण मुझे खीर नही मिला. मैं उदास हो गये तो दीदी ने पूछा क्या हुआ, उदास क्यूँ हो? मैं बोला मुझे खीर खाना है और लेकिन घर मे दूध नही है. 

फिर दीदी वहाँ से चली गई और कुछ देर बाद आई और कहा खीर खाना है, तो मैने कहा हाँ तो दीदी ने कहा ठीक है और दीदी चली गई और करीब 1 घंटे बाद दीदी खीर लेकर आई तो मैने पूछा की दूध तो था नही तो दीदी ने कहा की बेबी वाला दूध है उसी से बना दिया. मैने खीर खाई तो मुझे बहुत अच्छा लगा मैने कहा दीदी आप रोज़ मुझे ऐसी ही खीर खिलाया करो तो दीदी हस्ने लगी और कहा ठीक है, मुझे रोज़ दीदी के दूध का खीर मिलने लगा लेकिन उस वक़्त तक मुझे पता नही था की वो खीर दीदी के दूध का है. एक दिन मम्मी, पापा कही गये हुए थे. मेरा मन नही लग रहा था तो सोचा की चलो दीदी के साथ बैठ कर कुछ बाते करते है.

तो मैं दीदी के कमरे के तरफ गया तो देखा की दरवाजा खुला है, मैने देखा की दीदी अपने चुची से दूध निकल रही थी.  ये जानने के लिए की दीदी उस दूध का क्या करेगी मैने उन पर नज़र रखा तो पाया की दीदी ने अपने दूध से खीर बनाया मैं हैरान रह गया और अब मैं रोज दीदी को उनके चुचि से दूध निकलते हुए देखता ,एक दिन मुझे सक हो गया की दीदी ने मुझे देख लिया लेकिन कुछ कहा नही. एक बार मम्मी और पापा को शादी मे शहर से बाहर 5 दिन के लेए जाना पड़ा तो मैं ने सोचा आज दीदी से पूछूँगा की कौन सी दूध का खीर बनती है. रात को जब खाने बैठे तो मैने पूछ लिया की दूध कौन सी खीर का बनती है तो दीदी मुस्कराने लगी और कहा आज रात को मेरे पास आ जाना बता दूँगी मैं रात को 11 बजे गया तो दीदी ने कहा आ गये मैने कहा हा तब दीदी ने कहा सोचो कौन सा दूध का खीर खाते हो मैने कहा मुझे क्या पता तो दीदी ने कहा बनो मत मैने तुम्हे देख लिया है

मेरा दूध नकालते हुए तुम मुझे देखतो हो मैं चुप रहा तो दीदी बोली अरे पगले इसमे शरमाने की क्या बात है और इतना कह कर दीदी ने अपनी चुची बाहर निकल कर मेरे हाथ मे दे दी और कहा इसके दूध का खीर खाते हो. और मैने देखा की क्या बड़ी चुचि है और मेरे थोड़ा सा दबाते ही दूध की फुहार निकल पड़ी तो दीदी ने कहा इसको बर्बाद नही करते है इसे चूसो मैं चूसने लगा वाह! क्या गरम-2 और मीठा दूध है दीदी तुम्हारा मैने दोनो चुचियो से पूरा दूध पी लिया, तो दीदी ने कहा की इसके आगे कुध जानते हो, तो मैने कहा नही दीदी तो दीदी हासणे लगी और कहा कि मैं आज तुझे सब सिखाती हू. फिर दीदी ने पूछा की किसी लड़की को कभी नंगा देखा है तो मैने कहा की नही. फिर दीदी ने पूछा की देखोगे तो मैने झट से कह दिया की हा तो दीदी नंगी हो गई और मुझे कहा कैसी लग रही हू मैं तो मैने कहा की दीदी आप बिल्कुल अप्सरा लग रही हो.

तो दीदी हासणे लगी और कहा मेरी बूर को चूसो मैं फिर बूर चूसने लगा क्या मस्त बूर था दीदी का. उसके बाद दीदी ने हाथ बदकार मेरा लंड पकड़ लिया और पैंट मे से निकाल कर सहलाने लगी देखते देखते मेरा लंड तन कर खड़ा हो गया और दीदी उसे अपनी मुह मे लेकर चूसने लगी और मैं उनकी बूर चूस रहा था वाह क्या नज़ारा था मैं तो दीदी की लंड चुसाइ से मस्त हो गया और थोड़ी देर मैं दीदी ने कहा अब चोद दो मुझे मेरे भाई. फिर क्या था मैं ने अपना लंड दीदी के बूर के मुह पर रखा और एक ज़ोर का झटका दिया तो आधा लंड अंदर गुस गया और दीदी के मूह से आआआआआअ निकल गई मैं रुका नही और एक और जोरदार झटका दिया और मेरा पूरा लंड दीदी के चूत मे समा गया. उसके बाद मैं झटके पे झटका लगता रहा और कमरे से फ़च फ़च की आवाज़े आने लगी और दीदी ने भी आहे भरने लगी और ज़ोर से और ज़ोर से कहने लगी मुझे भी जोश आ गया मैने भी ज़ोर ज़ोर से पेलने लगा. 

करीब 20 मिनट के जोरदार चुदाई के बाद मैने कहा की दीदी मेरा वीर्या निकले वाला है तो दीदी ने कहा मेरे बूर मे ही निकल दो और मैने पिचकारी दीदी के बूर मे छोर दी. मेरे साथ दीदी भी झार गई और हम दोनो निढाल हो गये उस रात को मैने दीदी को चार बार चोदा और दीदी की बूर की हालत खराब हो गई. अगले दिन उनकी एक दोस्त का फोन आया की वो हमारे घर आ रही है तो दीदी ने मुझे कहा की आज तुझे एक और बूर चोद्ने के लिए मिलेगा तो मैं ने कहा वाह क्या बात है और मैं कलाज चला गया और जब आया तो उनकी दोस्त आ चुकी थी. दीदी ने उनसे मेरा परिचय कराया और हम सब चाइ पीने लगे तो दीदी ने कहा नेहा मेरा भाई बहुत मस्त चोद्ता है, मैं तो हैरान रह गया की दीदी इनसे ऐसे बाते कैसे कर सकती है. मैं शर्मा गया तो नेहा ने कहा की अरे शरमाते क्यो हो हम दोनो साथ साथ चुद्ते है और तुम्हारे जीजा जी मुझे और मेरे पति तुम्हारे दीदी को चोद्ते है.

मैं ये सुन कर हैरान हो गया तो दीदी ने कहा हा ये सही कह रही है तभी तो मैने तुम्हे कहा की आज तुम्हे एक और बुवर चोद्ने को मिलेगे उस रात को ख़ान के बाद दीदी ने कहा तुम एक घंटे के बाद आना हम तब तक बाते कर लेते है मैं एक घंटे के बाद गया तो देखा दीदी और नेहा दोनो बिल्कुल नंगे बैठे है और एक दूसरे मे उंगली कर रहे है मैं पहुँच कर साइड से नेहा की चुचि को पकड़ लिया तो दीदी ने कहा वाह मेरा भाई तो एके दिन मे एक्सपर्ट हो गया और मैं चुचि चूसने लगा तो नेहा ने मेरा लंड निकाला और चूसने लगी और कहा की शशि तेरे भाई का लंड तो इस उमर मे भी हमारे पति जैसा है तो बड़े होने पर क्या होगा तो दीदी ने कहा इसकी बीबी बहुत खुश होगी तो नेहा ने कहा की मैं अपनी बहन से इसकी शादी करा दूँगी वो बहुत चुदसी है इसके साथ ही मेरा लंड एक दम खड़ा हो गया तो मैने नेहा को कहा की अब घोड़ी बन जा. नेहा फ़ौरन घोड़ी बन गई और मैने अपना बर लंड उसके बूर पे रख कर एक ही झटके मे पेल दिया. नेहा की चीख निकल पड़ी तो दीदी ने कहा भैया थोड़ा धीरे तो नेहा ने कहा पेलते रहो, मैं धक्के पे धक्के लगाए जराहा था कबीब 30 मिनट के बाद मैं झरने वाला था तो मैंने पूछा की कहाँ निकालु तो नेहा ने कहा मेरे मुँह मे और मैने उसके मुँह मे झर गया और उसने मेरा पूरा वीर्या पी लिया. उस रात मैने दोनो को चार चार बार और चोदा और जब तक दीदी रही मैं उन्हे रोज़ छोड़ता था, और वो रोज़ अपने दूध का खीर मुझे खिलाया करती थी. तो दोस्तो कैसी लगी मेरी कहानी जरुर बताईयेगा |

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