हैल्लो दोस्तों, में इस साईट का नियमित पाठक हूँ और मैंने Antarvasna.live की लगभग सारी स्टोरियाँ पढ़ी है, मुझे यह साईट बहुत अच्छी लगती है। आज में आपको अपनी दूसरी कहानी सुनाने जा रहा हूँ, मुझे पूरा विश्वास है कि आपको मेरी ये कहानी बहुत पसंद आएगी। आज में आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसको पढ़ने में आपको बहुत मज़ा आएगा। आज में आपको जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ, उसे बीते हुए कुछ दिन ही हुए है, लेकिन इसके पहले की में अपनी कहानी शुरू करूँ में आपका परिचय अपने सीनियर से और उस आदमी से करा दूँ जिसके बारे में आपको बताने जा रहा हूँ। मेरी सीनियर की उम्र 25 साल की है और में झाँसी में अपने भाई के साथ दो रूम के एक फ्लेट में रहता हूँ। उसकी एक फ्रेंड है, जिसका नाम कुसुम है, उसकी सुंदरता की बढ़ाई करना बड़ी ही कठिन काम है, उसकी हाईट 5 फुट 6 इंच की है, वो इतनी सुंदर है कि उसे देखने के बाद मेरा लंड खड़ा हो जाता था। वो अक्सर हमारे घर आया करती थी और में उसके ऑफिस में काम करता हूँ।
हमारे ऑफिस में अक्सर दो लोग ही रहते है, में और कुसुम दो लोग ही ऑफिस में रहते है। ये कहानी आज से 2 महीने पहले की है, उस दिन मेरे और बॉस के अलावा और कोई भी नहीं था। तब मैंने सोच लिया कि ये कुसुम को चोदने का अच्छा मौका है। में उस दिन ये मौका छोड़ना नहीं चाहता था। फिर मैंने 10 मिनट के अंदर सारी तैयारी पूरी कर ली। फिर कुछ देर के बाद में जैसे ही नीचे गया, तो वो रिक्शे से उतर रही थी। फिर मैंने उसे ऊपर चलने के लिए कहा। फिर जब उसने मेरे पिओन के बारे में पूछा। तो तब मैंने बताया कि में उसे बुलाने जा रहा हूँ। तब मैंने देखा कि वो ऊपर चली गयी थी। अब में नीचे की सीढियों का दरवाजा बंद करके ऊपर आ गया था। फिर जब में रूम में आया तो उसे रूम में कुर्सी पर बैठा पाया। फिर मैंने उसे पानी पिलाया, अब वो कंप्यूटर चालू करके गेम खेलने लगी थी।
फिर कुछ देर बात करने के बाद जब मेरे सब्र का बाँध टूटा तो तब में किचन में गया और वहाँ से आने के बाद में उसके पीछे जाकर उसको अपनी बाँहों में लपेटते हुए उसके दोनों बूब्स को दबाया। अब मेरे इस प्रकार के व्यवहार से वो घबरा गयी थी। फिर वो बोली कि राजन आप ये क्या कर रहे है? और फिर वो खड़ी हो गयी। तब मैंने उसको बता दिया कि मेरा नोकर अपने कजिन के पास गया है और वो अब शाम को आएगा। अब मैंने उसे अपने पास सटा लिया था और उसकी दोनों चूचीयों को दबाने लगा था। फिर में बोला कि देखो सुमन मैंने जब से आपको पहली बार अपने बॉस से चुदाई करते देखा है तभी से मेरा मन आपसे सेक्स करने के लिए बैचेन था।
आज मेरे पास अच्छा मौका था तो में इसे कैसे जाने देता? फिर कुछ देर तक ना-ना करने के बाद अब उसने विरोध करना बंद कर दिया था। फिर में उससे बेड पर चलने के लिए बोला तो वो बेड के पास चली गयी। फिर मैंने उसकी जींस के बटन को खोलते हुए उसकी चैन को खोल दिया और उसकी पैंट को नीचे गिरा दिया था। फिर मैंने उससे पैंट को अपने पैर से निकालने के लिए बोला। तब उसने अपनी पैंट को अपने पैर से अलग कर दिया। फिर मैंने उसे अपनी पकड़ से अलग किया और उसे बेड पर लेटने के लिए बोला, तो वो बेड पर लेट गयी। फिर मैंने उसके टॉप को खोला तो तब मैंने देखा कि उसने ब्लेक कलर की ब्रा पहन रखी थी। फिर में उससे बोला कि ब्लेक कलर का अंडरगारमेंट्स तुम पर बहुत सूट करता है। तब वो मुस्कुराने लगी थी। फिर मैंने अपने एक हाथ को उसकी पैंटी के ऊपर रखा। तो वो आआआआआहह करके अंगड़ाई लेने लगी। फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी पैंटी को एक ही झटके में घुटने तक पहुँचा दिया।
फिर जैसे ही मेरी नजर उसकी चूत पर गयी तो मेरे लंड को तो जैसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो गया था। अब वो तो जैसे बाहर आने के लिए बैचेन हो गया था। फिर मैंने अपने एक हाथ को उसकी चूत के ऊपर फैरते हुए और उसे हल्का सा पुश करते हुए उससे बोला कि काफ़ी सख्त है। तब उसने अपनी आँखें बंद कर ली और चुपचाप लेटी रही। अब मैंने देरी करना उचित नहीं समझा और झट से अपने लंड को टावल से बाहर निकाल दिया। फिर जैसे ही मेरे लंड ने अपने अगले हिस्से को बाहर निकाला। तब वो अपनी आँखें खोलकर मेरे लंड के ऊपर देखने लगी तो तब मैंने देखा कि वो काफ़ी ध्यान से देख रही थी।
फिर मैंने उठकर पास की टेबल पर पड़े हुए तेल के डिब्बे को लेकर अपने बेड के पास रख दिया और उसकी जाँघ पर बैठ गया था। फिर मैंने उसकी चूत को फैलाते हुए तेल के डिब्बे से थोड़ा तेल निकालकर उसकी चूत की दोनों दीवारो पर लगाया। तब मैंने देखा कि मेरे लंड के मुँह पर पानी आ गया था, तो जिसे मैंने लंड के अगले हिस्से पर मल दिया। फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर सटाते हुए उसे अपनी चूत को फैलाने के लिए बोला। तब उसने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को फैलाया। फिर जब मैंने जैसे ही उसकी चूत को फैले हुए देखा तो एक ज़ोर का झटका मारा। तो वो ज़ोर से आआआ, उउउ करके सिहर उठी। तब मैंने अपनी कमर को रोक लिया। तो तब वो बोली कि प्लीज निकाल दीजिए। तो तब मैंने पूछा कि क्यों? तो तब वो बोली कि बहुत दर्द हो रहा है। तो तब में बोला कि कभी सेक्स नहीं किया है क्या? तो वो बोली कि नहीं। तब में बोला कि तभी तुमको पता नहीं है कि कितना अच्छा लगता है? और फिर में उसकी ब्रा को खोलने के लिए उसको पीठ उठाने के लिए बोला। तब उसने अपनी पीठ को उठा लिया। दोस्तों ये कहानी आप Antarvasna.live पर पड़ रहे है।
फिर मैंने उसकी ब्रा को खोलकर अलग निकाला और फिर जैसे ही मेरी नजर उसकी नंगी चूचीयों के ऊपर पड़ी तो मेरे तो लंड के साईज में जैसे जोश ही भर गया था। फिर मैंने उसकी दोनों चूचीयों पर हल्का- हल्का सा तेल लगाया और अपनी दोनों हथेलियों से उन दोनों को मसलना शुरू कर दिया था। फिर कुछ देर तक उसके बूब्स मसलने के बाद जब मैंने देखा कि उसकी पकड़ ढीली पड़ने लगी है। तब मैंने फिर से अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया। अब मैंने उसकी दोनों चूचीयों को जो कि बिल्कुल ही तनी हुई थी, उनको मसलने के साथ ही अपनी कमर को हिला रहा था और उसके चेहरे को देख रहा था। अब वो आआआआआ करके मौन कर रही थी। तब मैंने उससे पूछा कि क्या दर्द कर रहा है? तो तब वो बोली कि हाँ। फिर जब मेरा लंड कुछ और अंदर चला गया तो तब मैंने कुछ देर के बाद अपने लंड के रास्ते में कुछ अड़चन महसूस की। अब में समझ गया था कि ये उसकी वर्जिनिटी थी।
फिर मैंने अपनी कमर को थोड़ा सा ऊपर उठाया और उसकी कमर को अपने दोनों हाथों से पकड़कर ज़ोर से झटका मारा तो मेरे इस झटके से वो ज़ोर से ना, आआआआआआआआ ईईईईईईईई करके चिल्ला उठी। तब मैंने अपने लंड को थोड़ा बाहर निकाल दिया और उसकी दोनों चूचीयों को फिर से मसलना शुरू कर दिया था। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी कमर को ज़ोर-ज़ोर से हिलाना शुरू कर दिया। फिर उसकी आआअहह ऊऊऊओह की आवाज को जब मैंने देखा कि रुकने वाली नहीं है, तो तब अपने होंठो को उसके होंठो पर कस लिया और ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा था। तब उसने अपने होंठो को आज़ाद करते हुए पूछा कि और कितना बाहर है राजन?
फिर में बोला कि थोड़ा है, डाल दूँ पूरा। तब उसने हाँ में अपने सिर को हिलाया। तब मैंने अपनी कमर को ज़ोर के झटके के साथ अपने लंड को पूरा अंदर कर दिया। फिर कुछ देर तक ज़ोर-जोर के झटके मारने के बाद जब मैंने महसूस किया कि मेरा वीर्य उसकी चूत में जाने वाला है। तब मैंने एक तरफ से उसकी चूचीयों को ज़ोर-जोर से मसलना शुरू किया तो दूसरी तरफ उसके होंठो को चूसना शुरू किया। अब वो भी मेरे सुर के साथ अपना ताल मिलाने लगी थी। तब मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है? तो तब उसने अपना सिर हाँ में हिलाया। फिर कुछ देर के बाद मेरा वीर्य उसकी चूत को गीला करने लगा। तब वो आई लव यू, हाईईईईईई करके अपने दोनों हाथों को मेरी पीठ पर रगड़ते हुए पूरी तरह से मेरे आघोश में आ गयी थी।
फिर कुछ देर तक वैसे ही पड़े रहने के बाद मैंने उठकर अपने लंड को बाहर निकाला तो उसमें खून लगा हुआ था। फिर मैंने उसकी चूत को देखा, तो वो काफ़ी फूल चुकी थी। फिर वो चुपचाप कुछ देर तक वैसे ही लेटी रही और फिर उठकर अपने कपड़े पहनकर बाथरूम में चली गयी थी। फिर वहाँ पेशाब करने के बाद जब वो बाहर आई तो तब वो मुस्कुराते हुए मुझसे रोड तक छोड़ने के लिए बोली। फिर में उसके साथ रोड़ तक गया और फिर मैंने रास्ते में उससे पूछा कि कैसा लगा? तो तब वो बोली कि बहुत अच्छा लगा। मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था कि इतना मज़ा आता है। फिर मैंने उसे ऑटो में बैठा दिया और वापस अपने रूम पर आ गया। मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी ये पहली कहानी आपको बहुत अच्छी लगी होगी ।।
धन्यवाद …