Brother Sister Hindi Sex Story – दिल्ली के एक शांत अपार्टमेंट में, जहाँ रात की चाँदनी खिड़की से छनकर कमरे में आती थी, मैं, अर्जुन, और मेरी दीदी अंजलि एक ऐसी रात में उलझ गए, जो हमारी जिंदगी की सबसे कामुक और हॉट रात बन गई। अंजलि दीदी, 24 साल की, अपनी स्लिम फिगर और कामुक आँखों में एक आग लिए थी, जो मेरे दिल को धड़काने के लिए काफी थी। उनकी टाइट नाइटी में उनकी चूची उभरी हुई दिखती थीं, और उनकी कमर का मादक घुमाव मेरे लंड को बेकरार कर देता था। मैं, 20 साल का, कॉलेज का स्टूडेंट, दीदी की रसीली चूत की ख्वाहिश में खोया रहता था। उनकी कामुक मुस्कान मुझे हर बार पिघला देती थी।
एक रात, जब मम्मी-पापा किसी रिश्तेदार के यहाँ गए थे, हम दोनों घर में अकेले थे। चाँद की रोशनी दीदी के बेडरूम में फैल रही थी, और उनकी नाइटी में उनकी चूची की गोलाई साफ दिख रही थी। दीदी मेरे पास सोफे पर बैठी थीं, उनकी आँखों में एक कामुक चमक। “अर्जुन, तू मुझे ऐसे क्यों घूर रहा है?” उन्होंने शरारती अंदाज में पूछा। मैंने हँसते हुए कहा, “दीदी, तुम्हारी रसीली चूत और चूची मेरा लंड पागल कर देती हैं।” दीदी हँस पड़ीं और बोलीं, “तो आज रात मेरी चूत को अपनी भूख मिटा दे, अर्जुन।”
हम दीदी के बेडरूम में चले गए, जहाँ मंद रोशनी, गुलाब की खुशबू, और एक कामुक गाना माहौल को रंगीन कर रहा था। दीदी ने अपनी नाइटी उतार दी, और उनका नंगा बदन चाँद की रोशनी में चमक उठा। उनकी चूची गोल और निप्पल तने हुए थे, और उनकी रसीली चूत पर हल्का-सा गीलापन चमक रहा था। मैंने अपनी टी-शर्ट और पैंट उतारी, और मेरा लंड पूरी तरह तन गया। “दीदी, तुम्हारी चूत मेरे लंड की दीवानी है,” मैंने कामुक आवाज में कहा। दीदी ने जवाब दिया, “अर्जुन, तेरा लंड मेरी रसीली चूत का राजा है।”
दीदी बिस्तर पर लेट गईं, और मैं उनके ऊपर चढ़ गया। मैंने उनकी चूची पर चुंबन शुरू किए, मेरी जीभ उनके निप्पल के इर्द-गिर्द घूमने लगी। दीदी की सिसकारियाँ कमरे में गूँजने लगीं, “अर्जुन, तेरा चुंबन मेरी चूची को आग लगा रहा है।” मैंने अपना हाथ उनकी चूत की ओर बढ़ाया, और मेरी उंगलियाँ उनकी रसीली चूत की नाजुक पंखुड़ियों को सहलाने लगीं। दीदी का शरीर सिहर उठा, “अर्जुन, तेरी उंगलियाँ मेरी चूत को पागल कर रही हैं।”
मैंने अपना लंड दीदी की रसीली चूत के पास लाया और धीरे-धीरे अंदर धकेला। उनकी सिसकारियाँ तेज हो गईं, “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत को पूरा भर रहा है।” मैंने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की, हर धक्के के साथ उनकी चूची लयबद्ध तरीके से हिल रही थीं। मैंने उनके निप्पल चूसे, और मेरे हाथों ने उनकी चूची को जोर से दबाया। “अंजलि दीदी, तेरी रसीली चूत मेरे लंड को जकड़ रही है,” मैं सिसकते हुए बोला।
हमने काउगर्ल पोजीशन ली। दीदी मेरे ऊपर चढ़ गईं, और उनकी चूत ने मेरे लंड को पूरी तरह निगल लिया। उनकी चूची उछल रही थीं, और मैंने उनकी कमर पकड़कर उन्हें और जोर से चुदाई करने में मदद की। “अर्जुन, तेरा लंड मेरी रसीली चूत को स्वर्ग में ले जा रहा है,” दीदी चीख पड़ीं। मैंने उनकी चूची को दबाते हुए कहा, “दीदी, तुम्हारी चूत मेरे लंड को नशे में डुबो रही है।”
दीदी ने डॉगी स्टाइल पोजीशन ली। वे बिस्तर पर घुटनों के बल बैठ गईं, उनकी चूची लटक रही थीं, और उनकी रसीली चूत मेरे लंड के लिए तैयार थी। मैंने पीछे से उनकी चूत में अपना लंड घुसेड़ा और तेजी से चुदाई शुरू की। हर धक्के के साथ उनकी चूची हिल रही थीं, और उनकी सिसकारियाँ कमरे में एक इरॉटिक संगीत बनीं। “अर्जुन, मेरी चूत को और जोर से चोद,” दीदी चीखीं।
हमने 69 पोजीशन ली। मैंने दीदी की रसीली चूत पर अपनी जीभ फेरनी शुरू की, और उन्होंने मेरा लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू किया। हमारे चुंबन और चूसने की आवाजों ने कमरे में एक कामुक माहौल बनाया। “अर्जुन, तेरी जीभ मेरी चूत को नशे में डुबो रही है,” दीदी सिसकते हुए बोलीं। मैंने जवाब दिया, “और तेरा मुँह मेरे लंड को स्वर्ग में ले जा रहा है, दीदी।”
दीदी ने फिर रिवर्स काउगर्ल पोजीशन ली। उनकी रसीली चूत मेरे लंड पर लयबद्ध तरीके से उछल रही थी, और उनकी चूची हिल रही थीं। मैंने उनकी पीठ पर हल्का-सा थप्पड़ मारा और उनकी चूची दबाई। “अंजलि दीदी, तेरी चूत मेरे लंड को फाड़ रही है,” मैं चीखा। दीदी ने सिसकते हुए कहा, “और तेरा लंड मेरी रसीली चूत को नशे में डुबो रहा है।”
हमने मिशनरी पोजीशन ली। दीदी ने अपने पैर ऊपर किए, और मैंने उनकी चूत में अपना लंड घुसेड़ा। हर धक्के के साथ उनकी चूची मेरी छाती से टकरा रही थीं, और उनकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं। “अर्जुन, तेरा लंड मेरी रसीली चूत को पूरा भर रहा है,” दीदी चीखीं। मैंने उनके निप्पल चूसे और तेजी से चुदाई जारी रखी।
हमने फिर डॉगी स्टाइल में वापसी की। दीदी ने बिस्तर पर वही पोजीशन ली, और मैंने उनकी रसीली चूत को तीव्रता से चोदा। उनकी सिसकारियाँ और मेरे धक्कों की आवाज ने कमरे में एक जुनूनी तूफान खड़ा कर दिया। “अर्जुन, मेरी चूत को फाड़ दे,” दीदी चीखीं। मैंने उनकी कमर पकड़ी और जोर-जोर से चुदाई जारी रखी।
रात के आखिरी पल में, हम एक-दूसरे की बाहों में लिपट गए। दीदी की चूची मेरी छाती से सटी थी, और उनकी रसीली चूत अभी भी मेरे लंड की उत्तेजना में काँप रही थी। मैंने उनके माथे पर एक चुंबन किया और बोला, “दीदी, तुम्हारी रसीली चूत मेरे लंड की रानी है।” दीदी ने हँसते हुए जवाब दिया, “और तेरा लंड मेरी चूत का राजा है, अर्जुन।”
कुछ दिन बाद, दीदी ने मुझे फिर अपने बेडरूम में बुलाया। उन्होंने मुझे एक गुलाब दिया, जिसमें एक चिट थी: “अर्जुन, मेरी रसीली चूत की आग, मेरी रातों का राजा, तेरा लंड फिर से मुझे चोदेगा?” मैंने हँसते हुए उन्हें बाहों में लिया, और हमारा प्यार चाँद की रोशनी में चमक उठा। उस रात से शुरू हुई हमारी कामुक कहानी अब हमारी जिंदगी की सबसे हॉट, सेक्सी, और इरॉटिक याद बन चुकी थी।