रेशमा भाभी की हसरत पूरी हो गई एक रात में ही

Dost ki Waife Sex Story, Dost ko biwi Sex kahani, कई बार कोई बात मन में दबी होती है और जब वो पूरा हो जाये तब एक अलग ही ख़ुशी होती है। जैसा की मैंने रेशमा भाभी को खुश देखकर मुझे लगा की भाभी चाहती थी उनको मैं उनके साथ सोऊँ एक रात के लिए और वो अपने जिस्म की आग को बुझाये मेरे लंड से और मेरे प्यार से और उनकी ये मुराद पूरी हो गई। आज मैं आपको ये कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मैं चाहता हूँ उस पल को हूबहू आपके सामने पेश करूँ। मैं कोशिश कर रहा हूँ वो सब लिखने को जो मेरे और रेशमा भाभी के साथ हुआ था। ये मेरी पहली कहानी है इस वेबसाइट पर और मुझे antarvasna.live डॉट कॉम पर कहानियां पढ़ना बहुत पसंद है।

सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में बता देता हूँ। मेरा नाम बबलू है मैं ग़ाज़िबाद जो दिल्ली के पास है मैं वही रहता हूँ। पहले मैं दिल्ली में रहता था आज से तीन साल पहले मैं ग़ाज़िबाद शिफ्ट हो गया हूँ पर रेशमा भाभी का परिवार दिल्ली में ही रह गए। असल में रेशमा भाभी मेरी पड़ोसन थी वो अपने पति और दो बच्चे के साथ रहते रहते थे। एक दिन अचानक ही मेरे घर गए और संयोग से मेरी पत्नी मायके गई हुई थी और उनलोगों को ये बात पता भी नहीं था। जब वो मेरे फ्लैट पर आये तब इस बात का पता चला की मैं अकेले ही घर पर हूँ।


वो लोग बहुत उदास हो गए। पर मैंने उनको दिलासा दिलाया की आप लोग उदास नहीं हों आज रात हमलोग पार्टी करते हैं। रेशमा भाभी अपने बच्चे को नानी घर छोड़कर आ रही थी। और उनका पहले से प्लान था एक दिन रुकने का। पर वो लोग बोल रहे थे की भाभी जब यहाँ नहीं है तो मजा नहीं आएगा पर मैंने उन्दोनो को रिक्वेस्ट किया और वो लोग रूक गए। रात को खाना खा रहे थे और हम तीनो शराब भी पी रहे थे। भाभी भी शराब पीती है तो कंपनी अच्छी बन जाती है। हम तीनो खा पी रहे थे और हंसी मजाक कर रहे थे। अचानक ही रेशमा भाभी के पति के पास फ़ोन आया असल में उनका गाँव हापुड़ है। उनके घर वाले लड़ाई कर लिए थे और पुलिस पकड़कर ले गई थी इसलिए इनको जमानत के लिए जाना था।

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ऐसे में रेशमा भाभी को साथ ले जाना उचित नहीं समझा और वो अकेले ही चल दिया और भी लोग दिल्ली से आ रहे थे उन्ही के साथ वो चले गए। रात के करीब ग्यारह बज रहा था। वो वापस आने का प्रश्न ही नहीं था। वो बोल कर ही गए की सुबह आऊंगा घर में मैं और रेशमा भाभी ही थी। अब घर में एक औरत और मर्द हो और साथ माँ जाम छलक रहा हो तो आप खुद सोचिए वहां का फिजा क्या होगा। रेशमा भाभी नशे में आ गई थी कपडे उनके अस्त व्यस्त थे दुप्पटा अलग रख दी थी पति सामने नहीं होने पर उनको अब किसी प्रकार का कोई भय नहीं थी।

उनकी चूचियां साफ़ साफ़ दिख रही थी। गला ज्यादा डीप था तो बड़ी बड़ी खूबसरत गोरी चूचियां साफ़ साफ़ दिख रही थी मेरा मन ख़राब होना शुरू हो गया था। मैंने तारीख कर दी भाभी आप बहुत ही हॉट हो खूबसूरत हो। और लगे हाथ ये भी कह दिया जब किसी को पटाने का मन हो तो काश आपसे मेरी शादी हो गई होती तो मेरी ज़िंदगी संवर गई होती। उन्होंने कहा क्यों आपकी बीवी भी तो हॉट और सेक्सी है। मैंने तुरंत ही कह दिया आपके जितना नहीं आप मेरी बीवी से ज्यादा खूबसूरत हॉट और सेक्सी हो।

उन्होंने कहा पर क्या करें मेरे पति है जो मेरी कदर ही नहीं करते। तो मैंने तुरंत कह दिया बंदा हाजिर है कदर मैं कर देता हूँ आज रात के लिए आप मुझे खुद को सौंप दो फिर देखो आज की रात हम दोनों के ज़िंदगी का खूबसरत पल और यादगार बन जायेगा। उन्होंने कहा अपने मेरी दिल की बात कह दी। मैं आपसे यही चाहती थी मैं बहुत पहले से ही आपके साथ सोना चाहती थी। इतना सुनते ही मेरे दिल की धकड़न तेज हो गई ऐसा लग रहा था पता नहीं मुझे क्या मिलने बाला है। मैं उनके सोफे पर बैठ गया मैं पहले सामने बैठा था। उनके करीब जैसे ही गया भाभी ने मेरा कालर पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया।

ओह्ह्ह्हह्ह्ह्हह उनके गुलाबी होठ मेरी तरफ बढ़ने लगे और मैं डुबकी लगाने की तरफ बढ़ रहा था हम दोनों एक दूसरे के होठ को चूमने लगे ओह्ह्ह्हह्ह्ह्हह मैं वाइल्ड होने लगता तो रेशमा भाभी कहती धीरे धीरे करो। और फिर हौले हौले उनके होठ को चूसता वो भी उसी अंदाज में मेरे होठ को चूसती। हम दोनों एक दूसरे के होठ के प्याले को पी रहे थे। उन्होंने अपना हाथ मेरे लंड पर रख दिया मेरा लंड पहले से ही मोटा हो चूका था।

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हम दोनों खड़े हो गए और मैं उनको गोद में उठाकर बैडरूम में ले गया। उनको बेड पर लिटा कर सबसे पहले उनके होठ को चूमा फिर गाल फिर गर्दन हाथ पैर फिर उनको कंधे पर उन्होंने नुझे कपडे उतारने को बोली मैं अपना कपडा तुरंत उतार दिया। फिर भाबी बैठ गई। में उनके समीज सलवार को उतार दिया ब्रा का हुक पीछे से खोला और उनकी 34 साइज की चूचियों को बंधन से आज़ाद किया। ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह गोरा बदन जैसे ही बेड पे पड़ा मैं पागल हो गया क्या करूँ कुछ समझ नहीं आ रहा था।

उन्होंने मेरे लंड को पकड़ ली आगे पीछे करते हुए मुँह में ले ली मैं सन्न रह गया। आज तक मेरी बीवी मेरे लंड को मुँह में नहीं लेती खुद है जब तक मैं जबर्दश्ती नहीं करता पर रेशमा भाभी सबसे पहले लंड से ही शुरू कीउन्होंने मेरे लंड को चूसते हुए अपने कंठ तक ले जाती थी। मैं पागल हो रहा था सिहरन मेरे शरीर में हो रही थी। फिर वो लेट गई और अब मेरी बारी दोनों टांगो के बिच में बैठ कर मैं उनकी चूत को चाटने लगा। उनकी चूत से गरम गरम पानी निकल रहा था ओह्ह्ह्हह्ह नमीं पानी पीकर मैं कामुक हो रहा था।

मैं अब उनकी चूचिओं के तरफ बढ़ा और गोल गोल चूचियों को हौले हॉल से दबाते हुए निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा। ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उनकी अंगड़ाई और सिसकारियां सुनकर तो कोई भी पागल हो जाए। मैं उनके एक एक अंग से खेलने लगा यहाँ तक की उनकी गांड को भी चाटने लगा। मैं उनकी गांड में ऊँगली घुसा दिया और चूत चाटने लगा वो अपनी चूतड़ को पटकने लगी और मजे लेने लगी। मैं शांत होकर चाट रहा था वो सिसकारियां ले रही थी और मुँह से सेक्सी आवाज निकाल रही थी। बस्स्स करो प्लीजजजजज ओह्ह्ह्ह क्यों लगा रहे हो आग मेरी जिस्म में ओह्ह्ह्हह्ह काश आप मेरे पति होते रोज इतना ही मजा देते। ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह

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मैं भी ऐसी ही चाहती हूँ मेरे जिस्म को कोई छेड़े मेरी चूत की रस को चाटे मेरी चूचियां दबाये मेरे निप्पल को अपनी दांतो से काटे ओह्ह्ह्हह्हह आज मैं लूट गई आज मैं धन्य हो गई। आज मेरी अन्तर्वासना भड़क गई है मैं आज खूब चुदना चाहती हूँ आपके मोटे लंड से। ओह्ह्ह्हह्ह आज मुझे खुश कर दो मैंने अपना लंड उनकी चूत की छेद पर लगाया और जोर से अंदर घुसा दिया।

उनके मुँह से आवाज आई आज मेरी हसरत पूरी हो गई। ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह और जोर से और जोर से मैं तेजी तेजी से लंड को अंदर बाहर करने लगा वो अपनी चूचियों को खुद ही मसलने लगी और गांड गोल गोल घुमाने लगी। आआआ अअअअअ अअअअअ की आवाज निकालती और गोल गोल गांड घुमाती मुझे बाहों में भर्ती और खुद ही दांतो से अपने होठ को काटती। मैं चूचियों को दबाते हुए जोर जोर से धक्के देकर चोद रहा था। अचानक से वो मुझे निचे लेटने बोली और खुद मेरे ऊपर चढ़ गई।

अब वो मेरे लंड को पकड़कर चूत के अंदर ली और जोर जोर से झटके दे दे कर चुदने लगी बड़ी बड़ी चूचियां को दबाते हुए मैं निचे से धक्का देने लगा ओह्ह्ह्हह्ह भाभी आपने आज मुझे भी खुश कर दिया जैसे ही मैंने ये बात कही वो और भी जोश में आ गई और झटके देने लगी। हम दोनों इतने आतुर हो गए थे की अपने आप को रोक नहीं पाए वो भी झड़ गई और मैं भी झड़ गया।

फिर हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर चूमते हुए बात करने लगे एक घंटे बाद फिर से पैक बनाये फिर पिए फिर चुदाई किये पूरी रात हम दोनों एक दूसरे को खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़े। जल्द ही दूसरी कहानी नॉन वेज पर लिखने वाला हूँ।

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